नई दिल्ली: प्रत्येक वर्ष भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिन (14 नवंबर 1889) को देश भर में बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है, इसके चलते देश भर में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जिसमे बच्चे प्रदर्शन करते हैं. दरअसल, जवाहर लाल नेहरू को बच्चों से बहुत प्यार था, इसलिए उनके जन्मदिन को ही बाल दिवस के रूप में मानाने का रूप दे दिया गया था. हरे निशान में खुला सेंसेक्स, निफ़्टी में भी दिखी मजबूती पंडित जवाहर लाल नेहरू का बचपन खुद दूसरे बच्चों और लोगों के लिए एक प्रेरणास्रोत रहा है, यह किस्सा उन दिनों का है जब पंडित जवाहर लाल नेहरू स्कूल में पढ़ाई करते थे, एक दिन सुबह वह अपने स्कूल के जूतों पर पॉलिश कर रहे थे, इसी दौरान उनके पिता पंडित मोतीलाल नेहरू ने उन्हें जूतों में पॉलिश करते हुए देखा तो उन्होंने नेहरू जी से पूछा कि यह तुम ये क्या कर रहे हो ? आशीष चौधरी होंगे एप्पल के नए भारतीय हेड, जनवरी से संभालेंगे कार्यभार मोतीलाल नेहरू ने उनसे कहा कि जूतों में पॉलिश के लिए तुम नौकरों से कह सकते थे, इस पर नेहरू जी ने पिता से कहा कि जो काम मैं खुद कर सकता हूं, उसे नौकरों से क्यों कराऊं? उनके इस जवाब से पंडित मोतीलाल नेहरू बहुत प्रभावित हुए. दरअसल जवाहर लाल नेहरू का मानना था कि छोटे-छोटे कामों के लिए किसी का सहारा नहीं लेना चाहिए, इंसान को आत्मनिर्भर होना चाहिए और अपने काम खुद करना चाहिए. खबरें और भी:- इलाहाबाद बैंक को दूसरी तिमाही में हुआ 1823 करोड़ का घाटा, बैड लोन निकला वजह खरीदारी से चमका बाज़ार, सेंसेक्स 331 और निफ़्टी 100 अंक बढ़कर बंद सुप्रीम कोर्ट हुआ सख्त, अब एनआरआइ दूल्हों की खेर नहीं