कोरोना वायरस और लॉकडाउन के बीच आंध्र प्रदेश आपराधिक जांच विभाग (CID) ने एक वरिष्ठ नागरिक पर विशाखापत्तनम गैस रिसाव की घटना के बारे में सोशल मीडिया पर 'सरकार के खिलाफ टिप्पणी' पोस्ट करने पर मामला दर्ज किया है. गुंटूर में लक्ष्मी पुरम के निवासी पी रंगनायकी (66) ने कहा कि विशाखापत्तनम गैस रिसाव की घटना के बाद उनके फेसबुक पोस्ट पर सीआईडी के नोटिस मिलने से वह हैरान हैं. उन्होंने कहा कि उनके द्वारा बस फेसबुक पर उनकी राय साझा की गई, मेरे द्वारा जानबूझकर सरकार की आलोचना नहीं की गई. उन्होंने कहा, 'आखिरकार मुझे विशाखापत्तनम गैस रिसाव पीड़ितों के लिए न्याय चाहिए.' FWICE ने लिखा सीएम उद्धव ठाकरे को खत, मांगी काम शुरू करने की इजाजत! आपकी जानकारी के लिए बता दे कि CID ने उनको धारा 41A के तहत नोटिस भेजा है. उस धारा के तहत, यदि अपराध सिद्ध हो जाता है, तो अभियुक्त को 3 वर्ष के कारावास की सजा और 5 लाख रुपये नकद का जुर्माना भरना होगा. रंगनायकी ने कहा, 'मेरे एक फेसबुक मित्र ने राष्ट्रीय मीडिया द्वारा पूछे गए प्रश्नों की एक सूची बनाई और इसे फेसबुक पर पोस्ट किया. मुझे लगा कि यह साझा करने योग्य है. मैंने उसकी अनुमति ली, उसकी नकल की और अपनी वॉल पर पोस्ट कर दिया है. लेकिन मेरा सरकार को बदनाम करने का कोई बुरा इरादा नहीं है. मैंने सिर्फ सोचा था कि लोगों को पता चल जाएगा कि राष्ट्रीय मीडिया क्या पेश कर रही है.' तेजी से तबाही मचाने आ रहा भयानक तूफान, हाई अलर्ट पर राज्य इस मामले को लेकर उनके द्वारा बताया गया कि मुझे सरकारी कार्रवाई का विश्लेषण करने के लिए बहुत ज्ञान नहीं है. मैं जो चाहती हूं कि सभी पीड़ितों को न्याय मिलना चाहिए. मुझे विश्वास है कि ऐसा होगा. मुझे नहीं पता कि सीआईडी ने मेरे खिलाफ मामला क्यों दर्ज किया. मुझे इस बात की जानकारी नहीं है कि मेरी पोस्ट इतनी भड़काऊ थी. टीडीपी नेताओं ने मुझे नैतिक समर्थन दिया. उन्होंने कहा कि वे कानूनी समर्थन भी बढ़ाएंगे. पूर्व मंत्री ए राजेंद्र प्रसाद के नेतृत्व में तेदेपा नेता उनके घर गए और उन्हें पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया. ऑफिस में काम को लेकर सख्त हुई सरकार, इन नियमों का करना होगा पालन लॉकडाउन में थमी जिंदगी को गति देने के लिए केंद्र मंत्री पीयूष गोयल का बड़ा ऐलान इन लोगों को ऑफिस में काम करने को लेकर सरकार ने दी छूट