भारत में पहली बार होगा ये करिश्मा ! 74 वर्ष की आयु में जुड़वाँ बच्चों की माँ बनेगी ये महिला

विशाखापत्तनम: क्या 74 साल की आयु में कोई महिला मां बन सकती है... ये सवाल यदि आपके मन में आया हो, तो इसका जवाब है हां, क्‍योंकि आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले में आज एक 74 साल की महिला जुड़वा बच्‍चों को जन्‍म देने वाली है. स्थानीय डॉक्‍टर इस महिला की सिजेरियन डिलीवरी कराने जा रहे हैं.  74 वर्षीय एर्रामत्ती मंगम्मा का विवाह 22 मार्च 1962 को एर्रमाटी राजा राव से हुआ था. आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी जिले के नेललापर्तीपाडु गांव के निवासी राजा राव और मंगम्मा को संतान की चाह थी, लेकिन वह इस संबंध में सौभाग्यशाली नहीं थे. इसके लिए वे कई डॉक्टरों, अस्पतालों में गए, लेकिन उन्‍हें कामयाबी नहीं मिली.

इसके बाद गत वर्ष नवंबर 2018 में वे गुंटूर के अहल्या नर्सिंग होम पहुंचे, जहां डॉ. शनाक्‍याला उमाशंकर ने इस चुनौतीपूर्ण केस को स्वीकार किया. डॉ शनाक्‍याला उमाशंकर ने प्रेस वालों को बताया कि 'इस महिला का बीपी, शुगर जैसी बीमारियों का कोई इतिहास नहीं है और इनकी जेनेटिक लाइन भी काफी अच्छी है. कार्डियोलॉजिस्ट, पल्मोलॉजिस्ट समेत अन्य विशेष डॉक्टरों के साथ गहन परीक्षा के बाद हमने आगे बढ़ने का निर्णय लिया.' डॉक्टर ने कहा कि 'महिला ने रजोनिवृत्ति की अवस्था बहुत पहले प्राप्त कर ली थी, किन्तु आईवीएफ (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन) के माध्यम से हम उनके पीरियड्स को केवल एक महीने में वापस ले आए'. 

इस आयु में माता-पिता क्‍यों बनना चाहते थे, इस सवाल के जवाब में राजा राव ने प्रेस वालों से कहा कि, "बच्चे न होने की वजह से हमने अपने गांव में काफी सामाजिक कलंक का सामना किया. हम अपनी शादी के बाद से ताने सहन नहीं कर सकते थे, इसलिए हमने पूरा प्रयास किया, लेकिन अब हमें उम्मीद है कि भगवान हमें आशीर्वाद देंगे."  आपको बता दें कि शायद यह भारत का पहला केस है जब 74 साल की उम्र में एक महिला मां बन रही है. 

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