विशाखापत्तनम: आंध्र प्रदेश सरकार काफी समय से शराबबंदी लागू करने के प्रयासों में है. ऐसे में अवैध शराब के कारोबार में तेजी आ चुकी है और दूसरे राज्यों से शराब की तस्करी होना शुरू हो गई है. अब बड़ी संख्या में लोग अवैध शराब से जुड़े मामलों में जेल में बंद होते चले जा रहे हैं. आप सभी को बता दें कि अवैध शराब के कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए बीते मई माह में स्थापित आंध्र प्रदेश सरकार के स्पेशल इंफोर्समेंट ब्यूरो (SEB) ने 16 मई से 26 अगस्त के बीच 33,754 मामलों में 43,976 लोगों को गिरफ्तार किया था. यह सभी मामले पड़ोसी राज्यों से शराब की तस्करी, अवैध शराब बनाने से जुड़े हुए हैं. आपको याद हो तो साल 2019 के विधानसभा चुनाव में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी ने कहा था कि राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू हो जाएगी. उस समय मुख्यमंत्री वाई. एस. जगनमोहन रेड्डी ने यह भी कहा था कि 'वह 2024 में आंध्र प्रदेश को ड्राय स्टेट बनाएंगे.' इसी क्रम में बीते अक्टूबर के महीने में राज्य सरकार ने सभी शराब की दुकानों के लाइसेंस रद्द कर दिए. इसके अलावा आप देख रहे होंगे सरकार ने धीरे-धीरे शराब की दुकानों की संख्या 4,380 से घटाकर 2,934 कर दी है जो एक बड़ी कामयाबी है. वहीं कुल 43,000 दुकानों को तो अब तक बंद भी किया जा चुका है. उन सभी दुकानों को बेल्ट शॉप कहा जाता है. वैसे इस वजह से शराब की कीमतों में 75 फीसदी की बढ़ोत्तरी भी दायर हुई है. इसके अलावा आंध्र प्रदेश में कई नशामुक्ति केंद्र भी स्थापित करने की राज्य सरकार की योजना है जो जल्द शुरू होगी. जम्मू-कश्मीर: अनलॉक-4 में होंगे कई बदलाव, चल सकती है बसें पूर्व मंत्री ने ठेकेदार के सामने तानी बंदूक, हो सकते हैं गिरफ्तार कोरोना: जम्मू में 250 से अधिक नए मामले आये सामने, भाजपा महासचिव भी हुए संक्रमित