शादीशुदा बेटी कें नाजायज सम्बन्ध से नाराज माँ नें खुद हीं बेटी को मौत के घांट उतारा

जोधपुर : यें मामला राजस्थान कें नंदवान गांव की हैं| जहाँ एक माँ नें अपनी बेटी के नाजायज सम्बन्धो सें परेशान होकर उसें खुद ही मौत कें घांट उतार दियां हैं| दरअसल नंदवान निवासी तुलसी (22) बेटी रमेश प्रजापत की शादी करीब ढाई साल पहले बाड़मेर के जसोल निवासी भरत पुत्र दयाराम से हुई थी। किन्तु शादी कें कुछ समय बाद हीं दोनों पति पत्नी कें बीच अक्सर झगड़ा शुरू हो गएँ और ये झगडे शायद तुलसी नें खुद ही जान कर किये थे क्यूंकि वो अपने पति से पीछा छुड़वाना चाहती थी और इसमें वो काफी हद तक सफल भी हो गयी थी| और शादी के केवल 6  महीने बाद ही वो अपनें मायकेँ वापस आ गयीं और अपनें मायकेँ में रहने लगी|

और इन सब बातों कें पीछे वजह थी तुलसी का पुराना प्यार बात यें हैं किं तुलसी शादी सें पहले अपने पिता के साथ हैदराबाद में रहती थी | जहाँ उसें श्यामलाल नाम कें लड़कें सें प्यार हों गया तथा वो उसी के साथ अपनी जिंदगी बिताना चाहती थी किन्तु उसके घरवालो नें उसकी  शादी उसकीं मर्जी के खिलाफ कर दीं जिससे छुटकारा पाने कें लिए तुलसी नें अपने पति कें साथ झगडे का सहारा लिया तथा अपने मायके में आ कर रहने लगीं| तथा अपनें पूर्व प्रेमी कें साथ उसनें वहीं सम्बन्ध कायम रखा|

यें बात तुलसी की माँ को पसंद नहीं थी इसी बात को लेकर एक दिन दोनों कें बीच बहुत बहस हुईं| जिसमें तुलसी नें अपनी माँ को धमकी दी की यदि उन्होंने उसे उसके प्रेमीं सें मिलनें सें रोका तो वो आत्महत्या कर लेगीं| तुलसी नें इतना कहा की उसकीं माँ खुदपर सें काबू खो बेंठी और उन्होंने तुलसी का गला घोंटकर उसें मार डाला | बात यहीं खत्म नहीं होतीं जब उन्हें अपने फसने का डर सताने लगा तो उन्होंने तुलसी कें हाथ की नस काँट दी जिससे यें मामला आत्महत्या का लगें| तथा उसकें बाद बाड़मेर सारे रिश्तेदारों को फोन कर दिया तथा तुलसी के अंतिम संस्कार की तयारी करने लगें तभी किसी नें इसकी खबर पुलिस को दें दीं|

घटनास्थल में  पहुँचने पर पुलिस को मामला आत्महत्या का नहीं हत्या का लगा क्यूंकि तुलसी कें हाथ की नस पूरी तरह से कटी हुई थी, जो ख़ुदकुशी कें मामले में नहीं होता हैं| तथा दरवाजा भी अंदर से बंद था| तब पुलिस नें शक के आधार पर तुलसी किं माँ से पूछताछ  शुरू किं क्यूंकि उनकें हाँथ में काफी खरोच थी जिससे पुलिस को उनपर शक हुआ| पहले तो वो पुलिस को गुमराह करती रहीं किन्तु अंत में उन्होंने अपना जुर्म कुबूल कर लिया|

Related News