कर्नाटक में बीजेपी के येदियुरप्पा की सरकार को मात्र ढाई दिन में गिराने वाले कांग्रेस नेता डी के शिवकुमार इन दिनों नाराज चल रहे हैं , क्योंकि राहुल गांधी ने बेंगलुरू दौरे के समय भी शिवकुमार ने न तो उचित सम्‍मान दिया और न ही उन्हें डिप्टी सीएम बनाया. शिव कुमार की नाराजगी को दूर करने के लिए कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी ने गुलाम नबी आजाद और अशोक गहलोत को भेजा है. बता दें कि कर्नाटक चुनाव में बीजेपी को सत्‍ता से दूर करने में अहम भूमिका निभाने वाले डीके शिवकुमार डिप्‍टी सीएम पद के प्रबल दावेदार थे , लेकिन कांग्रेस आलाकमान ने जी परमेश्‍वर को डिप्‍टी सीएम बना दिया.जबकि इसके पहले राहुल गाँधी के बेंगलुरू दौरे के समय भी शिवकुमार ने उचित सम्‍मान नहीं मिलने की शिकायत की थी . इसके बाद तो उनकी नाराजगी दुगुनी हो गई. उल्लेखनीय है कि शिवकुमार भी कुमारस्वामी की तरह वोक्कालिगा समुदाय से आते हैं, ऐसे में कांग्रेस सीएम और डिप्टी सीएम एक ही समुदाय से नहीं लेना चाहती थी. इसलिए शिव कुमार को डिप्टी सीएम नहीं बनाया. सूत्रों के अनुसार डीके शिवकुमार अब कर्नाटक की नई सरकार में दो बड़े मंत्रालय या प्रदेश अध्यक्ष का पद मिलने की चाहत रख रहे हैं . अब देखना यह है कि कांग्रेस के दो दूत गुलाम नबी आजाद और अशोक गहलोत उन्हें कितना और कैसे समझा पाते हैं. यह भी देखें कर्नाटक: शपथ ग्रहण में क्यों नहीं पहुंचे ओवैसी ? साली (विपक्ष) को पता है, जीजा (मोदी) तो आएगा ही- परेश रावल