ED ने यस बैंक के प्रमोटर राणा कपूर और अन्य के विरुद्ध अपनी जांच के सिलसिले में रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन अनिल अंबानी को सम्मन भेजा है।वहीं प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारियों ने बताया कि अनिल अंबानी के समूह की कंपनियां उन बड़ी कंपनियों में मौजूद थी, जिन्हें यस बैंक ने लोन दिया था।वहीं अधिकारियों के अनुसार अंबानी को सोमवार को ईडी के कार्यालय में पहुंचने के लिए कहा गया था। अधिकारियों के अनुसार 60 वर्षीय अंबानी ने कुछ व्यक्तिगत कारणों से ईडी के समक्ष पेश होने से छूट मांगी है और उन्हें इसके लिए नई तारीख दी जा सकती है। वहीं ऐसा बताया जा रहा है कि अनिल अंबानी समूह की कंपनियों ने बैंक से 12,800 करोड़ रुपये का लोन लिया था, जो एनपीए बन गया। वहीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 6 मार्च को प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि अनिल अंबानी समूह, Essel, ILFS, DHFL और Vodafone ऐसी दबाव वाली कॉरपोरेट कंपनियां हैं, जिन्हें यस बैंक ने लोन दिया था। इसके साथ ही अधिकारियों ने कहा कि जिन कंपनियों ने यस बैंक से बड़ा लोन लिया था और वे लोन एनपीए बन गए थे, उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है। वहीं उन्होंने बताया कि धनशोधन रोकथाम अधिनियम (PMLA) से जुड़े प्रावधानों के तहत अंबानी का बयान रिकॉर्ड किया जा सकता है । Yes Bank के संस्थापक राणा कपूर (62) इस समय ED की हिरासत में हैं। वहीं इस महीने की शुरुआत में केंद्रीय जांच एजेंसी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। सोने के भाव में जबरदस्त उछाल, चांदी की चमक पड़ी फीकी Vodafone Idea ने AGR बकाया चुकाया, पूरी मूल राशि के भुगतान का दावा कोरोना वायरस के कारण दुनिया की कई एयरलाइन्स हो सकती है दिवालिया