14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजे गए अनिल देशमुख

मुंबई: मनी लॉन्ड्रिंग केस में मुश्किलों का सामना कर रहे महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा जा चुका है. अनिल देशमुख की तरफ से जेल में घर के भोजन का आवेदन दे डाला है. अदालत का बोला है पहले आप जेल का खाना खाइए, सही नहीं रहा, तब मैं विचार करूंगा. साथ में मेडिकल कंडीशन को देखते हुए बेड की भी अपील की है,  इस बात की अनुमति कोर्ट ने दे दी है.  इतना ही नहीं अनिल देशमुख की ED की हिरासत आज समाप्त हुई थी. 

पिछली बार ED ने सचिन वाजे के साथ आमने सामने पूछताछ के लिए हिरासत बढ़ाने की मांग की गई थी, लेकिन सचिन वझे अब भी मुम्बई क्राइम ब्रांच की कस्टडी में है इसलिए आमने-सामने पूछताछ अब तक नहीं हो पाई है. मिली जानकारी के अनुसार CBI उनके विरुद्ध दर्ज भ्रष्टाचार के केस के अतिरिक्त पुलिस अधिकारी के विवादास्पद तबादले के केस में भी उनकी जांच करने वाली है.  बहुत मुश्किल से महाराष्ट्र सरकार ने इस केस से जुड़ी फाइलें CBI को सौंप दी थीं. CBI ने IPS अधिकारी रश्मि शुक्ला का बयान दर्ज कर लिया गया है, जिन्होंने गोपनीय रिपोर्ट तैयार की और तत्कालीन DGP महाराष्ट्र को सौंपी. बॉम्बे हाईकोर्ट द्वारा CBI को प्रारंभिक जांच करने का आदेश देने के उपरांत, CBI ने देशमुख  के विरुद्ध भ्रष्टाचार का एक औपचारिक केस दायर किया था.

जहां इस बात का पता चला चला है कि ईडी ने भ्रष्टाचार और आधिकारिक पद के दुरुपयोग के इल्ज़ामों पर 21 अप्रैल को राकांपा नेता के विरुद्ध CBI द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी के उपरांत देशमुख और उनके साथियों के विरुद्ध कार्रवाई शुरू कर दी थी. ED ने पहले देशमुख के निजी सचिव के तौर पर कार्य कर रहे अतिरिक्त जिलाधीश पद के अधिकारी संजीव पलांदे और देशमुख के निजी सहायक कुंदन शिंदे को हिरासत में ले लिया गया था. 

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