बिहार : सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे इन दिनों मोदी सरकार की लगातार आलोचना कर रहे हैं.इसी क्रम में बिहार के खगड़िया जिले में आयोजित किसानों के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए शनिवार को पटना पहुंचे अन्ना ने कहा कि मोदी सरकार किसानों की नहीं, बल्कि उद्योगपतियों की हितेषी है. उल्लेखनीय है कि शनिवार को पटना पहुंचे सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि केंद्र सरकार देश के किसानों की नहीं ,बल्कि उद्योगपतियों की हितेषी है. अन्ना ने कहा कि देश में कर्ज में डूबे किसानों की आत्महत्या की खबरें हमेशा सुनने को मिलती है, लेकिन घाटे के कारण किसी उद्योगपति के खुकुशी करने की खबर कभी नहीं सुनी होगी. गौरतलब है कि 23 मार्च को अन्ना हजारे दिल्ली में किसान सम्मेलन करने जा रहे हैं. जिसमें वे अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठेंगे.अपने इस आंदोलन के बारे में अन्ना ने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश हित में 32 पत्र भेज चुके हैं ,लेकिन पीएम मोदी ने विदेश दौरे में व्यस्त होने के कारण अब तक एक भी पत्र का जवाब नहीं दिया है. यही नहीं अपने आंदोलन के लिए उन्हें सरकार ने अब तक ज़मीन भी उपलब्ध नहीं करवाई है.स्मरण रहे कि यूपीए के कार्यकाल में अन्ना हजारे के आंदोलन ने कांग्रेस सरकार की चूलें हिला दी थीं .अब वैसे ही हालात एक बार फिर मोदी सरकार के सामने बनने जा रहे हैं. अब देखना यह है कि मोदी सरकार इस आंदोलन से कैसे निपटी है. यह भी देखें एक शर्त पर ही दूंगा आंदोलन में प्रवेश: अन्ना हजारे अन्ना ने पीएम से आंदोलन के लिए जगह मांगी