अमृतसर: ऑपरेशन ब्लू स्टार की 35वी बरसी के अवसर पर अमृतसर के गुरुद्वारा हरमिंदर साहिब स्थित श्री अकाल तख़्त साहिब पर धार्मिक कार्यक्रम आयोजन करवाए गए. इस दौरान गरमपंथियों की तरफ से खालिस्तान के पक्ष में नारेबाजी की गई और तलवारें लहराई गई. इस दौरान गरमपंथियों और टास्कफोर्स में हल्की हाथापाई भी देखी गई. वहीं श्री अकाल तख्त साहिब के जथेदार ने इस हुल्लड़बाजी कि घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. उन्होंने कहा है कि आज का दिन शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने का था, ऐसे में इस तरह की नारेबाजी सही नहीं होती. उन्होंने जहां एक ओर सिख युवाओं को पढ़ाई पर अधिक जोर देकर अफसर बनने की अपील की, वहीं दूसरी ओर सभी सिख सांसदों को ऑपरेशन ब्लू स्टार का मुद्दा सांसद में उठाने की मांग की है. वहीं मुतवजी जथेदार ज्ञानी ध्यान सिंह मंड ने आरोप लगाते हुए कहा है कि एसजीपीसी की तरफ से उन्हें बोलने नहीं दिया गया. इतना ही नही उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा है कि एसजीपीसी की टास्क फोर्स ने ही हंगामा किया है. ऑपरेशन ब्लूस्टार की 35 वीं बरसी के पहले अमृतसर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. शहर में 3000 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं और पुलिस संवेदनशील इलाकों पर पैनी निगाह रख रही है. आपको बता दें कि जून 1984 में सेना ने स्वर्ण मंदिर परिसर में छिपे चरमपंथियों को खदेड़ने के लिए ऑपरेशन ब्लूस्टार अभियान चलाया था . जनवरी-मार्च तिमाही में आवासीय मकानों की बिक्री में दर्ज हुई तीन फीसदी की वृद्धि डॉलर के मुकाबले 14 पैसे की कमजोरी के साथ खुला रुपया गुरुवार को गिरावट के साथ खुले देश के बाजार