नई दिल्ली: भारत ने अपने सबसे भयंकर सुपरसोनिक मिसाइल ब्रह्मोस की सतह से सतह तक मार करने वाले नए वर्जन का सफल परिक्षण किया है। हाल ही में यह परिक्षण भारतीय वायुसेना ने पूर्वी समुद्री तट द्वीपसमूह के पास किया है। इसे लेकर भारतीय वायु सेना ने X पर अपडेट दिया है। X पर पोस्ट में भारतीय वायुसेना ने कहा कि मिसाइल फायर कामयाब रहा तथा मिशन ने अपने सभी टारगेट हासिल कर लिए। X पर पोस्ट करते हुए भारतीय वायुसेना ने लिखा ‘भारतीय वायुसेना ने हाल ही में पूर्वी समुद्री तट द्वीपसमूह के पास ब्रह्मोस मिसाइल के सतह से सतह तक मार करने वाले संस्करण का सफल परीक्षण किया। मिसाइल फायर सफल रहा तथा मिशन ने अपने सभी लक्ष्य हासिल कर लिए।’ बता दें कि कुछ महीने पहले भी फाइटर जेट से इंडियन नेवी के डिकमीशीन्ड जहाज पर ब्रह्मोस मिसाइल से लाइव फायर किया गया था। भारत सरकार अपनी टैक्टिकल मिसाइलों की रेंज बढ़ाने में लगी है। भारतीय वायुसेना के 40 सुखोई-30 MKI फाइटर जेट पर ब्रह्मोस क्रूज मिसाइलें तैनात हैं। गौरतलब है कि ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल पूर्ण रूप से भारत में विकसित किया गया है। इसमें रैमजेट इंजन (Ramjet Engine) तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। जो इसे ज्यादा घातक, गति तथा सटीकता प्रदान करता है। यह मिसाइल हवा में भी मार्ग बदलने में माहिर है। यह बहुत ही सरलता से चलते-फिरते टारगेट को भी ध्वस्त कर सकता है। यह दुश्मन के रडार को सरलता से धोखा दे सकता है। मिसाइल का एक और हल्का और तेज वर्जन अर्थात् ब्रह्मोस-एनजी मिसाइल तैयार किया जा रहा है। इसे तेजस एमके-1ए लड़ाकू जेट द्वारा भी ले जाया जा सकता है। बदल गई राजस्थान में विधानसभा चुनाव की तारीख, अब इस दिन होगा मतदान ‘इतिहास उधर मुड़ जाता है, जिस ओर जवानी चलती है’, MP के युवाओं के लिए कमलनाथ ने लिखा पत्र '“लास्ट” समय में “फास्ट” होने के चक्कर में “कास्ट” का गेम खेल रही है', नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस पर कसा तंज