नई दिल्ली: राजनीती सिर्फ शब्दों का खेल है, बयानबाज़ी है, कब आपकी कौन सी बात क्या मुद्दा बन जाए, कोई नहीं जानता. जैसे हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. उन्होंने एक बार पकोड़े को व्यवसाय क्या कह दिया, मानों मुसीबत ही मोल ले ली. जिसके बाद से हर कोई उनपर यही आरोप लगा रहा है कि, देश के प्रधानमंत्री देश के युवाओं से पकोड़े ही तलवाना चाहते हैं. इस पकोड़ा विवाद में अब समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता आजम खान भी कूद पड़े हैं, उन्होंने कहा,"मैं हमेशा इस बात के पक्ष में रहा कि एक विचार वाले लोगों को तो साथ होना ही चाहिए. जो वाकई दबे- कुचलों की बात करते हैं. अगर वो ठगी नहीं करते, अगर वो पकौड़ों में यकीन नहीं रखते, अगर वो झूठ नहीं बोलते कि 20 लाख रुपया घर पहुंच जाएगा और दो करोड़ नौजवानों को नौकरी मिल जाएगी तो ज़रूर अच्छे नतीजे निकलेंगे. एक अच्छा हिंदुस्तान सामने आएगा.". उत्तर प्रदेश की गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीटों के उपचुनाव में बहुजन समाज पार्टी के समाजवादी पार्टी उम्मीदवारों के समर्थन के ऐलान के बाद कहा "ये अच्छी बात है. ये पहल यहां न रुके बल्कि ये पहला कदम हो. हम मंज़िल तक पहुंचें." हालाँकि बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने साफ किया है कि उन्होंने समाजवादी पार्टी के समर्थन की घोषणा नहीं की है. मायावती ने भाजपा को हारने के लिए वोटर्स से अपील भी की और कहा "बीजेपी कैंडिडेट को जिस भी पार्टी का उम्मीदवार हराता नज़र आए, उसको आप अपना वोट दे दो ताकि बीजेपी का उम्मीदावार चुनाव हार जाए." मेघालय में हारी बाजी को जीत में बदलती बीजेपी मेघालय: बीजेपी नहीं, इस पार्टी की बनेगी सरकार गुजरात राज्यसभा चुनाव को लेकर भाजपा चिंतित