नई दिल्ली: ‘ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स’ तथा उसकी भागीदार कनाडाई बायोटेक कंपनी ‘सैनोटाइज रिसर्च’ ने कोरोना पॉजिटिव वयस्कों के उपचार के लिए नीट्रिक ऑक्साइड नेजल स्प्रे (नाक के माध्यम से ली जाने वाली दवा) बुधवार को बाजार में उतारा. यह स्प्रे उन वयस्कों के लिए है जिनके पॉजिटिव होने पर गंभीर तौर पर बीमार होने का संकट ज्यादा है. भारत में इस दवा को ‘फैबीस्प्रे’ के नाम से बाजार में उतारा गया है. वही इससे पहले, मुंबई से परिचालित कंपनी ग्लेनमार्क को नीट्रिक ऑक्साइड (Nitric Oxide) नेजल स्प्रे के उत्पादन तथा बिक्री के लिए इंडिया के महा औषधि नियंत्रक (DCGI) की अनुमति प्राप्त हो गई थी. फैबीस्प्रे को नाक के अंदर ही कोरोना के संक्रमण को ख़त्म करने के लिए बनाया गया है, जिससे वह फेफड़ों तक नहीं पहुंच सके. ग्लेनमार्क को भारत के दवा नियमक, भारत के औषधि महानियंत्रक (DCGI) से नाइट्रिक ऑक्साइड नेजल स्प्रे त्वरित अनुमोदन प्रक्रिया के विनिर्माण तथा विपणन का त्वरित अनुमोदन मिल गया है. कंपनी के एक ऑफिशियल बयान में बताया गया है, ‘नेजल स्प्रे ने भारत में तीसरे चरण के परीक्षण के प्रमुख समापन बिंदुओं को पूरा कर लिया है तथा 24 घंटों में वायरल लोड को 94 प्रतिशत तथा 48 घंटों में 99 प्रतिशत के कम करने में कामयाबीपूर्वक प्रदर्शन किया है. परीक्षण के चलते नाइट्रिक ऑक्साइड नेज़ल स्प्रे (NONS) कोरोना मरीजों में सुरक्षित तथा अच्छी प्रकार से सहन किया गया. ग्लेनमार्क इसे FabiSpray ब्रांड नाम के तहत इसका विपणन करेगी.’ वही कंपनी का दावा है कि जब नाइट्रिक ऑक्साइड नेज़ल को नाक के म्यूकोसा पर छिड़का जाता है तो यह संक्रमण के विरुद्ध एक भौतिक तथा रासायनिक बाधा के तौर पर कार्य करता है. Ind Vs WI: भारत की पारी लड़खड़ाई, रोहित-कोहली और पंत सस्ते में निपटे मनोज तिवारी ने कंगना को मर्यादा में बात करने की दी एडवाइस, बोले- ''ऐसे बात करना हमारे देश की...." कैसे शुरू हुआ हिजाब विवाद, क्या थी जमात-ए-इस्लामी की डिमांड ? पढ़ें इस मुद्दे की पूरी डिटेल