झुंझुनू: एक तरफ जहाँ देश में 'बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओं' का नारा हर गली-मोहल्लों की दीवारों पर लिखा होता है, वहीं दूसरी ओर देश में बलात्कार पीड़ितों के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे है. कोर्ट में बलात्कार केस की फाइल्स बरसों से धूल खा रही है, लेकिन अफ़सोस किसी का इस ओर कोई ध्यान नहीं. सख्त कानून के कितने ही झूठे वादें आज तक कोर्ट की दीवारों से सरकार को गुहार लगा रहे है, इसी के चलते फिर से एक ओर मामला जो राजस्थान से आया है. रेप के दो महीने बीत चुके है, पीड़िता गर्भ से है लेकिन पुलिस अब तक सोई हुई है झुंझुनू के सूरजगढ़ में दुष्कर्म का जो मामला सामने आया है, उसके अनुसार बलात्कार के दो महीने से गर्भवती महिला चिड़ावा कोर्ट में अपने साथ हुए अन्याय के बदले न्याय की गुहार लगा रही थी, अब जाकर पीड़िता की आवाज़ कोर्ट में उपस्थित वकीलों के कानों में गई जिसके बाद मीडिया के मदद से मामले को प्रशासन ओर पुलिस तक पहुंचाया गया. जिसके चलते अब पुलिस ने मामले में FIR दर्ज की है. पीड़िता के अनुसार उसके खुद के घर वाले उसके साथ नहीं है, पीड़िता के परिजन भी पुलिस ओर कोर्ट की कार्यवाही से बचने के लिए लड़की को रिपोर्ट न दर्ज कराने की सलाह देते रहे है. नाबालिग पीड़िता ने बताया की वो दो महीने की गर्भवती है. वहीं पुलिस अधीक्षक को लिखित शिकायत भेजी गई जिसके बाद पुलिस चिड़ावा वृताधिकारी के साथ कोर्ट परिसर पहुंची जहां पीडिता को पुलिस के सुपुर्द किया गया. इस संबंध में पुलिस ने पीड़िता के बयान दर्ज कर अब मेडिकल करवाने की बात कही है. वहीं आरोपी की गिरफ़्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं. आपको बता दें कि करीब ढाई महीने पूर्व सूरजगढ़ में कलोठ गांव के आरोपी रामफल पर नाबालिग को चाय में नशीला पदार्थ पिलाकर उसके साथ रेप करने का आरोप लगा था. बाप-भाई ने की गर्भवती युवती की दर्दनाक हत्या पुलिस के साथ गया, 12 दिन से घर नहीं लौटा बस में किया था हस्तमैथुन, पता बताने वाले को 25 हज़ार