नई दिल्ली: डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज लिमिटेड ने सोमवार को 2-डीऑक्सी-डी-ग्लूकोज (2-डीजी) का व्यावसायिक आरम्भ का ऐलान किया। शहर के दवा निर्माता द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, डॉ रेड्डीज इस दवा की सप्लाई भारत भर में बड़े सरकारी एवं निजी अस्पतालों को करेगा। आरभिंक सप्ताहों में, कंपनी मेट्रो एवं टियर 1 शहरों के अस्पतालों में दवा उपलब्ध कराएगी तथा बाद में इसे पूरे देश में उपलब्ध कराएगी। डॉ रेड्डीज द्वारा निर्मित 2डीजी की शुद्धता 99.5 प्रतिशत है तथा ब्रांड 2डीजी के नाम से व्यावसायिक रूप से इसकी बिक्री हो रही है। कंपनी ने बताया कि हर पाउच का अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) 990 रुपये निर्धारित किया गया है जो सरकारी संस्थानों को रियायती दरों पर उपलब्ध कराया जाएगा। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की प्रयोगशाला नामिकीय औषिध तथा संबद्ध विज्ञान संस्थान (इनमास) ने डॉ रेड्डीज के साथ मिलकर इस खाने वाली दवा 2-डीजी को विकसित किया है। डीआरडीओ के रक्षा विभाग के सचिव एवं चेयरमेन डॉक्टर जी सतीश रेड्डी ने बताया, “हमें कोरोना के रोगियों के उपचार में चिकित्सीय अनुप्रयोग के रूप में 2-डीजी की जांच के लिए लंबे वक़्त से उद्योग जगत के हमारे साझेदार डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज के साथ काम कर ख़ुशी है। डीआरडीओ अपनी स्वतंत्र प्रौद्योगिकियों के साथ कोरोना वैश्विक महामारी के खिलाफ जंग में योगदान दे रहा है।” यह दवा सिर्फ अस्पताल में एडमिट कोरोना से मध्यम से गंभीर रूप से ग्रस्त रोगियों को देखभाल के मौजूदा मानक के लिए एक सहायक चिकित्सा के रूप में योग्य फिजिशियन की निगरानी में और पर्चा लिखे जाने के पश्चात् ही दी जा सकती है। विस्माया की दहेज प्रताड़ना से हुई मौत, केरल के राज्यपाल ने परिवार को दिया न्याय का आश्वासन अटॉर्नी जनरल वेणुगोपाल को दूसरी बार मिला सेवा विस्तार, फिर बढ़ा एक साल का कार्यकाल शराब और PUBG का चढ़ा ऐसा भूत कि अपनी ही बहन का उजाड़ दिया घर