कोलकाता: निर्वाचन आयोग (EC) ने तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेता अनुब्रत मंडल को सख्त निगरानी में रखने का आदेश दिया है। वे पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के करीबी माने जाते हैं। EC ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए यह निर्देश दिया है। मंडल 27 अप्रैल की शाम 5 बजे से 30 अप्रैल की सुबह 7 बजे तक कार्यकारी मजिस्ट्रेट और CAPF को कड़ी निगरानी में रहेंगे। रिपोर्ट के अनुसार, एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर जानकारी दी है कि यह फैसला मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने ‘मंडल के खिलाफ कई शिकायतें’ मिलने के बाद लिया है। पश्चिम बंगाल के मुख्य चुनाव अधिकारी को भेजे पत्र में कहा गया है कि, “विभिन्न स्रोतों से प्राप्त फीडबैक और डीईओ तथा एसपी, बीरभूम की रिपोर्ट के मुताबिक, आयोग ने आदेश दिया है कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए AITC, बीरभूम के जिलाध्यक्ष मंडल को कार्यकारी मजिस्ट्रेट और CAPF की कड़ी निगरानी में रखा जाए।” इसके अवधि के दौरान ‘तिथि के साथ’ वीडियोग्राफी भी की जाएगी। बीरभूम में गुरुवार को विधानसभा चुनाव के आठवें और अंतिम चरण में वोटिंग होगी। बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब पश्चिम बंगाल में चुनाव के दौरान अनुब्रत मंडल को निगरानी में रखा गया है। मंडल को उन्हें 2019 के लोकसभा चुनाव और 2016 के विधानसभा चुनावों के दौरान भी कड़ी निगरानी में रखा गया था। 2019 में मंडल को वोटिंग के दौरान एक बूथ से दूसरे बूथ जाने पर कर्मियों को खतरा होने की आशंका के कारण निगरानी में रखा गया था। दिग्गज कांग्रेसी नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री एकनाथ गायकवाड का कोरोना से निधन कोरोना से बदहाल दिल्ली में आधी रात को बदल गई 'सरकार', केंद्र ने लागू किया ये कानून पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस प्रभावित शहरों में लॉकडाउन को बढ़ाने का दिया आदेश