भोपाल: मध्य प्रदेश के नए मुख्य सचिव अनुराग जैन आज नवरात्रि के पहले दिन, 3 अक्टूबर को अपने पद का कार्यभार संभालने जा रहे हैं। वह वीरा राणा की जगह लेंगे, जो हाल ही में सेवानिवृत्त हुई हैं। अनुराग जैन, एक होनहार और काबिल आईएएस अधिकारी माने जाते हैं, जिन्होंने राज्य से लेकर केंद्र तक विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर सफलतापूर्वक काम किया है। अनुराग जैन 1989 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और हाल ही तक वह केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय में सचिव के पद पर कार्यरत थे। उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पसंदीदा अधिकारियों में से एक माना जाता है। अनुराग मूल रूप से ग्वालियर के रहने वाले हैं और उनका जन्म 11 अगस्त 1965 को हुआ था। अनुराग जैन ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई IIT खड़गपुर से की, जहां से उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बी.टेक किया। वे अपने बैच के सेकंड टॉपर रहे थे। IIT से पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने सिविल सर्विसेज में जाने का मन बनाया और 1988 में यूपीएससी परीक्षा पास कर 1989 में आईएएस बने। इसके बाद उन्होंने अमेरिका के मैक्सवेल यूनिवर्सिटी से लोक प्रशासन में मास्टर्स की डिग्री हासिल की। - अनुराग जैन का करियर समय पर प्रोजेक्ट डिलीवरी के लिए जाना जाता है, और उन्हें ई-गवर्नेंस के क्षेत्र में केंद्र सरकार से पुरस्कार भी मिल चुका है। - अनुराग जैन ने मध्य प्रदेश में पब्लिक सर्विस डिलीवरी गारंटी एक्ट लागू करने में अहम भूमिका निभाई थी। - अनुराग जैन प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में संयुक्त सचिव के तौर पर भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। - उन्होंने प्रधानमंत्री जन धन योजना को बनाने और लागू करने में प्रमुख भूमिका निभाई। - जैन, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सचिव के रूप में भी दो बार कार्य कर चुके हैं। - 2019 में, कमलनाथ सरकार के समय, उन्हें राज्य के वित्त विभाग का प्रमुख बनाया गया था। अनुराग जैन अपने करियर में हमेशा कामयाब रहे हैं और उन्होंने हर पद पर अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत सागर में असिस्टेंट कलेक्टर के रूप में की और उसके बाद मंडला, मंदसौर और भोपाल में कलेक्टर के रूप में कार्य किया। 2005 में वे तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सचिव बने और 2011 से 2015 तक प्रधानमंत्री कार्यालय में संयुक्त सचिव के रूप में कार्यरत रहे। प्रधानमंत्री जन धन योजना के सफल क्रियान्वयन में उनका अहम योगदान रहा। 2020 में वे वापस केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली चले गए, जहां सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय में उन्होंने कई अहम परियोजनाओं को तेजी से पूरा किया। पीएम गति शक्ति परियोजना को भी उनकी देखरेख में विशेष गति मिली, जिससे उनकी छवि 'हाइवे मैन' के रूप में स्थापित हो गई। उनके नेतृत्व में सड़क परिवहन विभाग में कई नए प्रयोग हुए, जिन्हें राष्ट्रीय स्तर पर सराहना मिली। अनुराग जैन वित्त प्रबंधन के जानकार माने जाते हैं, और मध्य प्रदेश की आर्थिक स्थिति को बेहतर करने में उनके अनुभव का लाभ मिल सकता है। उनकी नई नियुक्ति के साथ राज्य में विकास और योजनाओं के क्रियान्वयन को भी नई गति मिलने की उम्मीद है। भोपाल के कलेक्टर रहते हुए उन्होंने शहर के विकास में विशेष योगदान दिया था, और अब मुख्य सचिव के रूप में मास्टर प्लान और ग्रीन एरिया जैसे लंबित मामलों में भी सकारात्मक परिणाम देखने को मिल सकते हैं। अनुराग जैन का सरल स्वभाव और व्यावहारिक दृष्टिकोण उन्हें एक सम्मानित अधिकारी बनाता है। उनके कार्यकाल में प्रशासनिक समन्वय और योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन संभव है। उनके नेतृत्व में मध्य प्रदेश को विकास की नई दिशा मिलने की पूरी उम्मीद है। ग्वालियर में IND vs BAN T20 मैच से पहले जारी हुआ ये फरमान छत्तीसगढ़ में BJP का बड़ा कदम, इन 2 योजनाओं से हटाया राजीव गांधी का नाम ‘तनख्वाह लेनी है तो आओ हवेली में…’, महिला रसोइया को हेडमास्टर ने अकेले बुलाया और...