दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के मौत ने हर किसी को बेहद आहात किया है. इसी के चलते उनके निधन के बाद से शुरू हुई नेपोटिज़्म और इनसाइडर बनाम आउटसाइडर की बहस बहुत आगे बढ़ गई है. कंगना रनोट ने इस बहस में अपना पद्मश्री वापस करने की बात तक कह डाली है. अब इस मामले पर फ़िल्मकार अनुराग कश्यप ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने बहस करने वाले सेलेब्स पर तंज कसते हुए कहा है कि पहले ये सेलेब्स अपने आप को देखें कि वह सेटे पर उपस्थित क्रू मेंबर्स से कैसा व्यवहार करते हैं. तत्पश्चात, अनुराग कश्यप ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, 'मित्रों, गजब की डिबेट चल रही है. फ़िल्मों में केवल एक्टर्स नहीं होते है. एक फ़िल्म के सेट पर कम से कम डेढ़ सौ लोग कार्य करते हैं. अंदर वाले या बाहर वाले जिस दिन सेट पे कार्य करने वाले असिस्टेंट, वर्कर्स, स्पॉटब्वॉय और बाकी सब इंसानों को रिस्पेक्ट देना सीख जाएंगे, तब उनसे बात की जा सकती है.' आगे अनुराग ने दूसरे ट्वीट में लिखा, 'चाहे वो बात नेपोटिज़्म के सम्बन्ध में हो या फेवरेटिज़्म के बारे में हो. पहले इन सेट पर कार्य करने वालों से एक बार पूछ लो, कि कौन-सा एक्टर या डायरेक्टर या जो भी हो, वो सबसे अधिक बदतमीज़ है या किस एक्टर के नाम से वो उस फ़िल्म में कार्य करने से तक इंकार कर देते हैं. फिर कहीं जा कर उन एक्टर के सेट्स पे , जहां जब कमान, तथाकथित एक्टर के हाथ में आ जाती है. उस मूवी के सपोर्टिंग एक्टर्स के पुराने इंटरव्यू पढ़ लो, कि वो क्यों मूवी छोड़ के गए थे? तुम जैसा दूसरों के साथ रहोगे वैसा ही वापस भी मिलेगा.' अनुराग ने आगे लिखा है, कि फ़िल्म दुनिया और इस दुनिया में कोई भेद नहीं है. बस फ़िल्म दुनिया दिखती और छपती ज़्यादा है. उन्होंने आगे लिखा- इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ना चाहिए कोई एक आपकी सरहाना नही कीं. वहीं, एक आदमी की सरहाना भी काफी काम करने के लिए.' अनुराग कश्यप के इस ट्वीट के बाद यूजर्स लगातार अपनी प्रतिक्रिया दे रहे है. अब देखना ये है की इस पर सेलेब्स के क्या रिएक्शंस रहते है. इंडियन रॉयल नेवी में नौकरी करते थे आनंद बक्शी ! जानिए कैसे बने सदाबहार गीतकार जल्द ही सिनेमा घरों में दस्तक देंगी अक्षय कुमार की ये दो बड़ी फिल्में तापसी पन्नू ने शेयर किया अपना 'डरावना' अनुभव