कोलकाता: पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर हमला तेज करते हुए भाजपा ने रविवार को कहा कि ममता बनर्जी सरकार का गिरना बस समय की बात है। उत्तर 24 परगना जिले में अपने बोनगांव लोकसभा क्षेत्र में एक पार्टी कार्यक्रम में बोलते हुए, भाजपा सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री शांतनु ठाकुर ने कहा कि टीएमसी सरकार पांच महीने से ज्यादा नहीं टिकेगी। उन्होंने कहा, ''मुझे लगता है कि यह सरकार पांच महीने से ज्यादा नहीं चलेगी।'' उन्होंने कहा कि, 'ममता बनर्जी सरकार अपनी उपयोगिता खो चुकी है। अगर टीएमसी ने हाल ही में संपन्न पंचायत चुनावों में बड़े पैमाने पर धांधली नहीं की होती, तो बीजेपी को हजारों सीटें और मिलतीं। लेकिन यह टीएमसी की देखरेख में यह आखिरी चुनाव हुआ है। जिसमे सरकार, राज्य चुनाव आयोग (एसईसी) सहित सभी राज्य मशीनरी तटस्थ और निष्पक्ष भूमिका निभाने में विफल रही है। वहीं, पुलिस सूत्रों ने कहा कि 8 जून को चुनाव की तारीख घोषित होने के बाद से पंचायत चुनाव से संबंधित हिंसा में 39 लोगों की मौत हो गई है। जान गंवाने वालों में से अधिकांश लोग टीएमसी से जुड़े थे। पार्टी के पंचायत चुनाव प्रदर्शन का जायजा लेने के लिए एक संगठनात्मक बैठक में भाग लेने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा, "किसी भी समय कुछ भी हो सकता है। देखते हैं क्या होता है।" उन्होंने कहा, "कौन जानता है कि टीएमसी के कुशासन और आतंक के खिलाफ लोगों का विद्रोह होगा। कौन जानता है कि टीएमसी विधायक अचानक ममता बनर्जी के कामकाज के तरीके का पालन करने से इनकार कर दें। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि ऐसा होगा, ऐसा नहीं हो सकता है। लेकिन राजनीति में कुछ भी संभव है।" 14 जुलाई को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ अपनी मुलाकात को लेकर मजूमदार ने कहा कि, ''केंद्र पश्चिम बंगाल में निर्दोष लोगों के जीवन की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेगा।'' बता दें कि, शुभेंदु अधिकारी ने पहले राज्य में अनुच्छेद 355 लागू करने की मांग की थी, उनका कहना था कि पश्चिम बंगाल में केंद्रीय हस्तक्षेप अनिवार्य हो गया है, जहां पंचायत चुनावों के दौरान हिंसा देखी गई थी। उन्होंने कहा, "हालांकि लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार को गिराया नहीं जा सकता है, लेकिन अगर वह संविधान में उल्लिखित अपना कर्तव्य निभाने में विफल रहती है, तो उसे अराजकता की ओर जाने से बचाने के लिए केंद्र को हस्तक्षेप करना होगा।" वहीं, भाजपा नेताओं की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए, TMC के राज्यसभा सांसद और पार्टी प्रवक्ता शांतनु सेन ने कहा, "अधिकारी समेत ये सभी बीजेपी नेता तीसरी बार सत्ता में आई सरकार को धमकियां देकर दिल्ली में अपनी रेटिंग बढ़ाने के लिए बेताब हैं।" उन्होंने कहा, ''अगर पंचायत चुनावों में हार के बाद हताशा में भाजपा कोई दुस्साहस करेगी, तो राज्य की जनता उसे नाकाम कर देगी।'' सेन ने कहा कि शुभेंदु और घोष जैसे भाजपा नेताओं ने दिसंबर और जनवरी में टीएमसी सरकार के पतन के बारे में इसी तरह की भविष्यवाणियां की थीं और "यहां तक कि विशिष्ट तारीखें भी बताई थीं" लेकिन कुछ नहीं हुआ। TMC के राज्य महासचिव और प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि भाजपा नेता "अपने कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के लिए" ऐसे दावे कर रहे हैं, जो पंचायत चुनाव परिणामों के बाद हतोत्साहित हो गए थे। भारत के ‘विद्या समीक्षा केंद्र’ में क्या है ख़ास? जिसकी तारीफ करते नहीं थके वर्ल्ड बैंक के अध्यक्ष और अमेरिका की वित्त मंत्री बाढ़ पीड़ितों को 10-10 हज़ार की मदद देगी केजरीवाल सरकार, यमुना का जलस्तर घटा 'मेरे करियर के 8 साल बर्बाद हो जाएंगे, वायनाड के लोगों को मेरे बिना तकलीफ होगी..', दोषसिद्धि के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में राहुल गांधी