आगरा। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को लेकर देशभर में उल्लास का माहौल रहता है। हर कहीं भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव की धूम रहती है। क्या उनके जन्मस्थल मथुरा की बात की जाए और क्या उनके शिक्षास्थल उज्जैन की बात की जाए। सभी नगरों में रात्रि करीब 12 बजे यहीं गूॅंजता है नंद के आनन्द भयो, जय हो कन्हैया लाल की। इस बार आने वाली श्रीकृष्ण जन्माष्टमी बेहद विशेष है। दरअसल यह धार्मिक रूप से तो महत्वपूर्ण है लेकिन कारोबारी तौर पर भी इसे अहम माना जा रहा है। जो चीन भारत के सीमा क्षेत्र में युद्ध की परिस्थितयाॅं निर्मित कर रहा है उस चीन निर्मित सामानों के बहिष्कार की अपील की जाएगी। इस हेतु जन्मस्थान पर बैनर, होर्डिंग्स आदि लगाकर लोगों को निर्देश दिए जा रहे हैं। कहा गया है कि इस जन्माष्टमी चीन के सामान को न खरीदा जाए। उल्लेखनीय है कि बाजार में बड़े पैमाने पर चाईना निर्मित विद्युत सजावट की चाईनीज़ झालर उपलब्ध होती हैं। मगर कहा गया है कि इस बार चीन में बना कोई भी सामान न खरीदा जाए। इसे लेकर श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा व सदस्य गोपेश्वरनाथ चतुर्वेदी ने कहा कि यहाॅं आने वाले श्रद्धालुओं को तो जानकारी दी जाएगी साथ ही विदेश से यहाॅं पहुॅंचने वाले श्रद्धालुओं को भी कहा जाएगा कि वे चीन निर्मित सामग्री न खरीदें। संस्थान द्वारा मिट्टी के विग्रह की खरीदी पर जोर दिया गया। आइये इस जन्माष्टमी जाने श्री कृष्ण से जुडी कुछ खास बातें आइये इस जन्माष्टमी जाने श्री कृष्ण से जुडी कुछ खास बातें अगर इस जन्माष्टमी को बनाना है 'यादगार' तो सीधा चले आईये मुंबई