हाँ आज तो 1 अप्रैल है और आज ही के दिन लोग एक दूसरे को उल्लू बनाते है। अब दिन ही उल्लू बनाने वाला है तो कोई क्या करें। लेकिन इस दिन को क्यों मनाते है इस बात से बेहद ही कम लोग वाकिफ है आज हम आपको बताते है ये फूल दिवस की कहानी। कहते है ये 1 अप्रैल के दिन अंग्रेजी साहित्य के पिता ज्योफ्री चौसर की कैंटरबरी टेल्स (1392) ऐसा पहला ग्रंथ है जहां 1 अप्रेल और बेवकूफी के बीच संबंध स्थापित किया गया था। इसके अलावा यह भी कहा जाता है की एक अप्रैल को 1539 में फ्लेमिश कवि एडवर्ड डे डेने ने एक ऐसे ऑफिसर के बारे में लिखा जिसने अपने नौकरों को एक बेवकूफी की यात्रा पर भेजा था। इसी के साथ एक बात यह भी प्रचलित है की 1968 को जॉन औब्रे ने 1 अप्रेल मूर्खों का छुट्टी का दिन कहा, क्योंकि इस दिन बहुत लन्दन के टॉवर पर बहुत से लोगों को बेवकूफ बनाकर एकत्रित किया गया था। इसके आलावा एक बात और है और वह यह है कि 1582 में नया यानी ग्रेगोरियन कैलेंडर अपनाया गया, फ्रांस से इसकी शुरुआत हुई। 1582 से पहले अप्रैल से नए साल की शुरुआत होती थी, लेकिन, ग्रेगोरियन कैलेंडर में जनवरी से नया साल शुरू होता है। नए कैलेंडर के लागू होने के बावजूद कुछ लोग, अप्रैल में नए साल का जश्न मनाते रहे, बाकी लोगों ने इन्हें मूर्ख समझा और एक अप्रैल को मूर्ख दिवस कहा। एक बात यह भी सामने आई है की सद्दाम हुसैन का कोड नाम अप्रैल फूल था, जिसकी एक वजह यह रहीं है की सद्दाम हुसैन का जन्म अप्रैल महीने में ही हुआ था। अब इनमे से क्या सच है और क्या झूठ है ये अब तक कोई नहीं जान पाया है लेकिन सभी इस दिन को मनाते आए है और मना ही रहें है। अब अभी हम आपको बोल दें की ऊपर लिखी सभी लाइन्स झूठ है और हम आपको अप्रैल फूल मना रहें है तो आप हमारी बातों पर बड़े ही आराम से यकीन कर लेंगे। लेकिन ऐसा कुछ नहीं है हम आपको सच्चाई बता रहें है। दुनियाभर में अप्रैल फूल को लेकर कई तरह की बातें प्रचलित है। अप्रैल फूल का दिन हर देशो में अलग अलग तरीको से मनाया जाता है। कहीं पर इस दिन लोगो को मुर्ख बनाया जाता है तो कहीं पर जमकर मस्ती की जाती है। अप्रैल फूल को लेकर भी लोगो एक मन में बेहद सी एक्साइटमेंट होती है। इस दिन लोग किसी को भी दुखी नहीं रहने देते है। यह दिन एक तरह से स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी माना जाता है क्योंकि इस दिन को सभी हँसते हँसते बिताते है। ऐसी ही अन्य खबरों के लिए नीचे लिंक्स पर क्लिक करें :- नरेंद्र मोदी का प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा, देश छोड़ विदेश रवाना राहुल गांधी Congress छोड़ जुड़ गए हैं BJP के साथ