दुनियाभर में जारी लॉकडाउन के बीच पेट्रोलियम निर्यातक देशों के बीच वैश्विक तेल उत्पादन में कटौती का समझौता होने के बाद मंगलवार सुबह क्रूड ऑयल की कीमतों में तेजी देखी जा रही है. ओपेक प्लस प्रति दिन 97 लाख बैरल तेल के उत्पादन की कटौती के लिए राजी हुआ है. कोरोना वायरस महामारी के चलते विश्व के कई देशों में लॉकडाउन लागू है. इस कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था को तगड़ा झटका लगा है. औद्योगिक गतिविधियों के प्रभावित होने से तेल की खपत में भारी कमी दर्ज की गई. तेल की कीमतों में गिरावट को रोकने और प्राइस वॉर को खत्म करने के लिए ही तेल उत्पादक देशों ने उत्पादन में कटौती का निर्णय लिया है. कोरोना के कहर के चलते तेल उत्पादक देशों की चिंताएं कम होती नजर नहीं आ रही है. रविवार को हुए वैश्विक तेल उत्पादन में कटौती के समझौते के बाद सऊदी अरब की दिग्गज तेल कंपनी अरामको ने मई महीने के लिए तेल की कीमतें घोषित की हैं. इन कीमतों में अरामको ने एशिया के ग्राहकों के लिए लगातार दूसरे महीने भारी डिस्काउंट दिया है. ऑयल प्राइस डॉट कॉम के अनुसार, अरामको मई महीने के लिए अपने तेल की आधिकारिक बिक्री कीमत (OSPs) की घोषणा को पिछले कई दिनों से टाल रहा था, वैश्विक उत्पादन में कटौती के समझौते के एक दिन बाद ही कंपनी ने कीमतों की घोषणा कर दी. अरामकों द्वारा कीमतों को घटाने से एक बार फिर ऑयल प्राइस वॉर का खतरा मंडराने लगा है. अगर बात करें क्रूड ऑयल की वायदा कीमतों की तो, मंगलवार सुबह क्रूड ऑयल WTI का फ्यूचर भाव 1.16 फीसद या 0.25 डॉलर की तेजी के साथ 22.68 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेंड कर रहा था. इसके अलावा ब्रेंट ऑयल का फ्यूचर भाव मंगलवार सुबह 1.67 फीसद या 0.53 डॉलर के उछाल के साथ 32.25 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेंड कर रहा था. लंदन और जर्मनी के किसानों के लिए फल-सब्जी लेकर जाएगा एयर इंडिया का विमान घर बैठे जानिए अपने जन-धन खाते का बैलेंस, ये रहा सबसे आसान तरीका मोराटोरियम पीरियड में ब्याज ना वसूले बैंक, सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल