वाशिंगटन: मेक्सिको (Mexico) की संसद में आयोजित किए गए एक लाइव इवेंट में एलियन (Alien) की लाशें दिखने का दावा किया गया है। जिसके बाद दुनियाभर में फिर से यह बहस शुरू हो गई है कि क्या वाकई में एलियन का अस्तित्व है? दरअसल, दावा किया जा रहा है कि ये एलियन के शव 1000 वर्ष पुराने हैं। हालाँकि, वैज्ञानिकों ने मैक्सिकन कांग्रेस में दिखाए गए एलियन के कथित शव को स्पष्ट रूप से धोखाधड़ी करार दिया है। दरअसल, कथित एलियन के शव, हूबहू वैसे ही दिख रहे हैं, जैसे हॉलीवुड की फिल्मों में दिखाए जाते हैं। यानि, तीन उंगलियां, बड़ी-बड़ी कान तक जाने वाली आँखें आदि, ऐसे में यह कल्पना से बनाई गई भी प्रतीत होती हैं, क्योंकि ऐसा पहले भी हो चुका है। बहरहाल, एलियन और UFO के मेक्सिको के खुलासे के बाद विश्व में परजीवियों को लेकर चर्चाएं छिड़ गई है। मेक्सिको कांग्रेस ने अपनी सार्वजनिक सुनवाई के दौरान आधिकारिक तौर पर दो कथित एलियन लाशों को संसद में रखा। यूफोलॉजिस्ट जेमी मौसन (Jaime Maussan) ने दो छोटी ममीकृत लाशों को पेश किया। मेक्सिको कांग्रेस ने दावा किया कि दोनों एलियन के शव पेरू के कुस्को से बरामद किए गए हैं। बता दें कि, एलियन को लेकर मेक्सिको से पहले अमेरिका ने ऐसा ही दावा ठोंका था। जब अमेरिकी वायु सेना के एक पूर्व खुफिया अधिकारी ने कहा था कि अमेरिका वर्ष 1930 के दशक से ही एलियन की उपस्थिति के बारे में जानता है। मैक्सिकन पत्रकार जेमी मौसन ने दावा करते हुए कहा कि "यह सबसे बड़ा सबूत है। यदि DNA हमें दिखा रहा है कि दोनों शव एलियन के हैं और दुनिया में ऐसा कुछ भी नहीं दिखता है, तो हमें इसे ऐसे ही लेना चाहिए।' हालाँकि, यह दावा करने के बाद उन्होंने यह भी कहा कि वह अभी तक इन्हें एलियन के रूप में संदर्भित नहीं करना चाहते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, सावा किया गया है कि जाहिर तौर पर मेक्सिको संसद द्वारा दिखाए गए यह सूखे हुए शव साल 2017 के हैं, जो नाज़का के रेतीले पेरू तटीय रेगिस्तान के नीचे पाए गए थे। यह वह क्षेत्र धरती में खोदी गई विशाल रहस्यमय आकृतियों के लिए प्रसिद्ध है। 2017 में जेमी मौसन का दावा निकला था फर्जी:- बता दें कि, 2017 में भी पत्रकार जेमी मौसन ने पेरू में ऐसे ही दावे किए थे, लेकिन मैक्सिको के अभियोजक के ऑफिस की एक रिपोर्ट से पता चला था कि असल में शव किसी नई बनाई गई डॉल (गुड़िया) के थे। इन डॉल्स की त्वचा को असली दिखने जैसा तैयार किया गया था और इसे कागज और सिंथेटिक गोंद के मिश्रण से ढक दिया गया था। उस रिपोर्ट में कहा गया था कि ये गुड़िया निश्चित तौर पर मानव निर्मित थीं और वे एलियंस के अवशेष नहीं हैं, जिन्हें एलियन दिखाने का प्रयास किया गया है। हालाँकि, 2017 में शवों को सार्वजनिक तौर पर नहीं दिखाया गया था। शवों के असली होने पर अब भी संदेह :- यही वजह है कि, जेमी मौसन के दावे पर अब भी यकीन नहीं किया जा रहा है, और मेक्सिको की संसद में दिखाए गए कथित एलियन की लाशों की असलियत पर संदेह पैदा हो रहा है। बुधवार (13 सितंबर) को मेक्सिको के राष्ट्रीय स्वायत्त विश्वविद्यालय में खगोल विज्ञान संस्थान के शोधकर्ता जूलियट फिएरो (Julieta Fierro) ने भी इस दावे पर शक जाहिर किया है। उन्होंने कहा कि इन आंकड़ों का कोई मतलब नहीं बनता है। मेक्सिको के राष्ट्रीय स्वायत्त विश्वविद्यालय में खगोल विज्ञान संस्थान की शोधकर्ता जूलियट फ़िएरो ने मेक्सिको में प्रस्तुति के बारे में संदेह व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि आंकड़ों के कुछ पहलुओं का कोई मतलब नहीं है और उल्लेख किया कि हमें यह पुष्टि करने के लिए कि क्या शव वास्तव में मानव नहीं थे, एक्स-रे नहीं बल्कि अधिक उन्नत तकनीक की आवश्यकता होगी। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि इस दावे के पीछे के व्यक्ति, जेमी मौसन ने अतीत में कई अजीबोगरीब दावे किए हैं, जैसे कि उन्होंने ग्वाडालूप के वर्जिन के साथ बातचीत किया और अलौकिक लोगों के साथ बातचीत की। हालांकि जूलियट को इन दावों पर यकीन नहीं है। वहीं, पूर्व अमेरिकी नौसेना पायलट रयान ग्रेव्स ने भी इस अप्रमाणित दावे पर निराशा व्यक्त की है। 'सही कर रहे पीएम मोदी..', मुरीद हुए राष्ट्रपति पुतिन, IMEC को लेकर भी दिया बड़ा बयान लीबिया में विनाशकारी बाढ़, 5300 लोगों की मौत, 10 हज़ार से अधिक लापता, Video में दिखा खौफनाक मंज़र 'कुरान के पन्ने फाड़े..', ईसाई जोड़े को उठा ले गई पुलिस, इससे पहले 24 चर्चों में हुई थी तोड़फोड़