गाड़ी का इंजन उसकी ‘दिल’ की तरह होता है। अगर इंजन की देखभाल सही से नहीं की जाए, तो यह बीच रास्ते में परेशानी पैदा कर सकता है। अक्सर लोग कार सर्विसिंग के समय इंजन ऑयल की गुणवत्ता पर ध्यान नहीं देते, जिससे इंजन और माइलेज दोनों पर असर पड़ता है। इसलिए, यह जानना जरूरी है कि इंजन ऑयल के कितने प्रकार होते हैं और आपके लिए कौन सा ऑयल सबसे अच्छा है। इंजन ऑयल के प्रकार मिनरल इंजन ऑयल: क्या है?: मिनरल ऑयल एक रिफाइन पेट्रोलियम ऑयल है जो विभिन्न तापमान पर काम कर सकता है। यह सबसे सस्ता इंजन ऑयल होता है। फायदे: यह ऑयल इंजन को कम फ्रिक्शन की वजह से पैदा होने वाली हीट से बचाने के लिए आवश्यक लुब्रिकेशन प्रदान करता है। कमियां: मिनरल ऑयल की तुलना में कम सुरक्षा और परफॉर्मेंस होती है, खासकर अत्यधिक तापमान पर। सेमी-सिंथेटिक इंजन ऑयल: क्या है?: यह ऑयल मिनरल ऑयल और सिंथेटिक ऑयल का मिश्रण होता है। इसकी कीमत मिनरल ऑयल से थोड़ी ज्यादा होती है लेकिन फुल सिंथेटिक ऑयल से कम। फायदे: यह मिनरल ऑयल की तुलना में इंजन को तीन गुना ज़्यादा सुरक्षा प्रदान करता है। कम तापमान पर भी बेहतर परफॉर्मेंस देता है। कमियां: हालांकि बेहतर है, फिर भी फुल सिंथेटिक ऑयल की तुलना में इसकी परफॉर्मेंस कुछ हद तक कम हो सकती है। फुल सिंथेटिक इंजन ऑयल: क्या है?: यह सबसे उन्नत और महंगा इंजन ऑयल है। इसके दाम बाकी दो ऑयल से ज्यादा होते हैं। फायदे: फुल सिंथेटिक ऑयल इंजन को बेहतरीन प्रोटेक्शन और माइलेज ऑफर करता है। यह अत्यधिक और कम तापमान पर भी अच्छे से काम करता है। इंजन में गंदगी को भी रोकता है, जिससे इंजन की उम्र बढ़ती है और माइलेज बेहतर होता है। कमियां: इसकी कीमत ज्यादा होती है, जिससे खर्च थोड़ा बढ़ जाता है। इंजन ऑयल का सही चुनाव क्यों जरूरी है? इंजन की सुरक्षा: सही इंजन ऑयल इंजन को गंदगी और फ्रिक्शन से बचाता है, जिससे इंजन की लाइफ बढ़ती है। माइलेज: सही ऑयल आपके वाहन की माइलेज को बेहतर बना सकता है, जिससे आपको अधिक ईंधन की बचत होती है। परफॉर्मेंस: विभिन्न तापमान पर इंजन की परफॉर्मेंस को सही बनाए रखने के लिए सही ऑयल का चयन आवश्यक है। ड्राइवरलेस कार का अनुभव करने के बाद ऐसा था इस बच्ची का रिएक्शन Union Budget 2024: लिथियम-आयन बैटरी की कीमतों में कमी के रूप में इलेक्ट्रिक वाहनों को मिलेगा बढ़ावा ऑटोमैटिक बनाम मैनुअल ट्रांसमिशन कारें, जानिए कौन सी है बेस्ट