जिंदगी में ऐसे कई उतार-चढ़ाव आते है जिससे परेशान होकर व्यक्ति अपने घुटने टेक देता है, उन परिस्थितियों से निकलने के लिए वह कर्ज का सहारा लेता है और उस कर्ज में इतना डूब जाता है की उसमे से निकल पाना बहुत मुश्किल हो जाता है। कई बार व्यक्ति कर्ज के चलते अपनी जीवन लीला ही समाप्त कर लेते है। लेकिन वे इस स्थिति का पता नहीं लगाते की यह सब किन कारणों के चलते हुआ? वास्तव में देखा जाए तो यह वास्तु दोष के कारण भी हो सकता है। यदि इस परिस्थिति से छुटकारा नहीं पाया जाये तो यह सभी के लिए हानिकारक होता है। आज हम आपको वास्तुदोष से सम्बंधित कुछ बातें बताने जा रहे है जो आपके लिए जरुरी है। दर्पण का होना- वास्तु दोष से बचने के लिए घर के दक्षिण और पश्चिम की और कभी भी दर्पण नहीं लगाना चाहिए। यह वास्तु दोष का कारण बन सकता है। घर में उत्तर या पूर्व दिशा की दीवार पर दर्पण लगाना चाहिए जो काफी फलदायक भी होता है। ढलान- घर का उत्तर-पूर्व भाग का ताल ज्यादा ढलान में होना चाहिए। उत्तर-पूर्व भाग जितना गहरा और जितना ढलान में रहेगा घर में उतनी अधिक सम्पति आएगी। टैंक, कुआं या नल- घर के दक्षिण दिशा में कभी भी नल, कुआ, हेण्डपम्प, या अन्य कोई जल स्तोत नहीं होना चाहिए। जिस घर्म में ऐसा होता है उस घर में दरिद्रता का वास होता है। भारी वस्तु- घर की उत्तर दिशा एवं पूर्व दिशा में कभी भी भारी वस्तुए को न रखे।ऐसा करने से व्यक्ति कर्ज में और भी डूबता जाता है। सीधी बनवाएं- घर बनवाते समय इस बात का खास ध्यान रखे की उत्तर व दक्षिण की दीवार बिलकुल सीधी हो किसी भी प्रकार से वह दीवार टेडी मेडी न बने। घर के सभी कोने एक सामान होना चाहिए। साथ इस बात का भी खास ध्यान रखना चाहिए की घर की उत्तर की दीवार थोड़ी सी नीची होनी चाहिए। टॉयलेट न होना- घर के दक्षिण व पश्चिम भाग में कभी भी टॉयलेट नहीं बनवाना चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति और भी कर्जा लेना पड़ता है। पहली किश्त- किसी भी तरह से लिया गया कर्ज की पहली किश्त आप मंगलवार को जमा करे ऐसा माना जाता है की मंगलवार को पहली किश्त जमा करने से कर्ज जल्द से जल्द ख़त्म हो जाता है। निरोगी जीवन जीने के लिए आप भी लें ये मुफ्त की दवा ये छोटे-छोटे रोज के काम बना देंगे आपके बिगड़े काम आत्मविश्वास असंभव को संभव बना देता है हर परेशानी का सिर्फ एक ही इलाज