नई दिल्ली: अफगानिस्तान में आतंकी संगठन तालिबानियों के कब्जे के बाद भी 'फिलिस्तीन बचाओ', 'कश्मीर बचाओ' जैसे नारे लगाने वाले लोग पूरी तरह शांत बैठे हुए हैं, जैसे अफगानिस्तान में कुछ हुआ ही न हो। अगर कोई इस मुद्दे पर कुछ लिख भी रहा है, तो सिर्फ और सिर्फ दक्षिणपंथियों को निशाना बना रहा है। इजरायल और फलीस्तीन के विवाद के दौरान फलीस्तीन के मुस्लिमों को बचाने की गुहार लगाने वाला ये गुट, अब ऐसा व्यव्हार कर रहा है जैसे अफगानिस्तान के सारे मुस्लिम सकुशल और सुरक्षित हों। Right Wing is mocking and trolling Indian Muslims because Taliban have taken over Kabul. Even the worst human tragedies and miseries are just an ‘opportunity’ for them. Shame on you, Sanghis ! — Arfa Khanum Sherwani (@khanumarfa) August 15, 2021 पत्रकार आरफा खानुम शेरवानी तो इन हालातों पर भी दक्षिणपंथियों को कोसने में लगी हुईं हैं। आरफा ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि, 'दक्षिणपंथी भारतीय मुस्लिमों को ट्रोल कर रहे हैं, क्योंकि तालिबान ने काबुल पर कब्जा कर लिया है। सबसे बड़ी मानव त्रासदी भी इनके लिए केवल एक मौका है। शर्म आनी चाहिए तुम्हें संघियों!' अब यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि आरफा खानुम शेरवानी के लिए मुद्दा ये है कि ‘संघी’ भारतीय मुसलमानों से सवाल पूछ रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ एक क्लबहाउस टॉक की ऑडियो वायरल हो रही है। इस ऑडियो में ‘भारतीय मुस्लिम’ इस बात का जश्न मनाते सुनाई दे रहे हैं कि अफगानिस्तान में तालिबान ने कब्जा कर लिया है और राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़ कर भाग गए हैं। Listen to this Note all these handles And See what are they discussing They are all Indian Handles Quite disgusting & shameful Arfa, Rana, Saba, Zainab, Farah, Seemi, Sayema & Swara … all think like this pic.twitter.com/Skq5Rd4qVD — Flt Lt Anoop Verma (Retd.) ???????? (@FltLtAnoopVerma) August 15, 2021 इसके एक सोशल मीडिया यूज़र Opusofali ने तालिबान की जीत पर लिखा है कि 'आखिर लोगों को दिक्कत क्या है, यदि कुछ लोगों ने अपने देश को वापस से पा लिया है।' वहीं आरफा के ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए एक यूज़र नीलकंठ सिंह मुंडा ने लिखा है कि, 'अरफा जी आपका जो एजेंडा है वो लोगों को साफ़ दिखने लगा है आप कोई पत्रकारिता नहीं कर रही बल्कि आपके मन में जो नफरत है उसे आप अपने जाहिर कर रही है। गुड तालिबान और बेड तालिबान की बात कर के आप अपने मन में सवेंदना की भावना को व्यक्त कर चुकी है।' वायनाड जिले में पूरा हुआ 18 साल से ऊपर के लोगों का वैक्सीनेशन मेघालय में अशांति, हिंसा, कर्फ्यू के बीच गृह मंत्री लखन रिंबुई ने दिया इस्तीफा मंडसा: सड़क हादसे में दो की मौत, एक घायल