नई दिल्लीः दुनियाभर में मंदी की चर्चा जोरो पर है। कुछ देश भयानक रूप से इसके चपेट में हैं। ऐसे में ही एक खूबसूरत लैटिन अमेरिकी देश है अर्जेंटीना। अर्जेंटीना एक वक्त लैटिन अमेरिका की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हुआ करती थी। मगर आज अर्जेंटीना की अर्थव्यवस्था बेहद खराब दौर में है। बदहाली के दौर से गुजर रहे अर्जेंटीना में महंगाई दर 22 फीसदी तक पहुंच गई है और लोग गरीबी से परेशान हैं। अर्जेंटीना की मुद्रा पेसो की वैल्यू भी लगातार कम होती जा रही है। अर्जेंटीना में स्थानीय मुद्रा की वैल्यू कम होने की स्थिति में लोग डॉलर खरीदने लगते हैं। ऐसे में पैसे की वैल्यू और गिर जाती है। इसलिए सेंट्रल बैंक ने एक नया नियम भी बनाया है। नियम के मुताबिक, अगर अर्जेंटीना के लोग सात लाख रुपये (10 हजार डॉलर) से ज्यादा की खरीदकरना चाहते हैं, तो उन्हें सरकार से अनुमति लेनी होगी। इतना ही नहीं, डॉलर खरीदने के अतिरिक्त फंड बाहर भेजने से पहले भी सरकार की अनुमति की आवश्यकता होगी। ये नियम वहां की कंपनियों पर भी लागू होते हैं। तमाम कोशिशों के बावजूद वहां की सरकार महंगाई कम नहीं कर पाई। खर्च कम करने और कर्ज कम लेने के जिन आर्थिक सुधारों का वादा किया गया था, वे लागू नहीं हो सके। बढ़ती महंगाई और सर्वजनिक खर्च में कटौती की वजह से आमदनी कीमतों की तुलना में नहीं बढ़ी। जिसकी वजह से अधिकतर लोग गरीब हो गए। देश की एक तिहाई आबादी अब गरीबी में रह रही है। देश इस वक्त मंदी से उबरने की कोशिशों में लगा हुआ है। अब दृष्टिबाधित लोग भी झट से पहचान लेंगे नकली नोट, RBI ने उठाया बड़ा कदम इन्फ्रास्ट्रक्चर पर बड़ा निवेश करने की तैयारी में सरकार, 100 लाख करोड़ का रखा लक्ष्य एयर इंडिया को मिली राहत, 6 एयरपोर्ट पर शुरू हुई तेल सप्लाई