नई दिल्ली : आर्मी चीफ जनरल बिपिन ने ह्यूमन शील्ड मामले में मेजर गोगोई का बचाव किया है. उन्होंने कहा कि कश्मीर में हमारी सेना डर्टी वार का सामना कर रही है. उससे निपटने के लिए इनोवेटिव तरीके अपनाना ही जरूरी है. आतंकवादी गंदे तरीके से लड़ रहे है. नियम तो वहां होते है जब दुश्मन आमने-सामने मुकाबला करे. अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा है कि लोग हम पर पत्थर और पेट्रोल बम फेंक रहे है, इस स्थिति में मेरे जवान मुझसे पूछे कि क्या करे तो में आर्मी चीफ के तौर पर कहूंगा, इंतजार करो और मर जाओ. मैं नेशनल फ्लैग लगे अच्छे कॉफिन लाया हूं. तुम्हारे पार्थिव शरीर सम्मान के साथ घर पहुंचाए जाएंगे. आगे वह सख्त लहजे में कहते है कि इन लोगो को हम पर पत्थर फेंकने की जगह फायरिंग करनी चाहिए, तब मुझे अधिक ख़ुशी होगी क्योकि तब मैं वो कर पाउँगा जो मै करना चाहता हूँ. बता दे कि मेजर गोगोई ने श्रीनगर में पथराव कर रही भीड़ के बीच से निकलने के लिए एक कश्मीरी व्यक्ति को ह्यूमन शील्ड के तौर पर जीप के आगे बांधने का ऑर्डर दिया, जिसके बाद कइयों ने विरोध किया. किन्तु आर्मी चीफ ने मेजर गोगोई को प्रशंसा पत्र दे दिया. पाकिस्तान ने फिर किया सीजफायर का उल्लंघन कश्मीर में तनाव के बीच 800 कश्मीरी युवाओं ने दिया आर्मी का एंट्रेंस टेस्ट सेना प्रमुख जनरल रावत ने किया सेना का बचाव पाक घुसपैठिये को सेना ने किया पूंछ में ढेर