नई दिल्ली: देश के 74वें सेना दिवस पर इंडियन आर्मी चीफ जनरल एम एम नरवणे, नेवी चीफ एडमिरल आर हरि कुमार और इंडियन एयरफोर्स के प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आज राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए उनकी स्मृति में माल्यार्पण किया. प्रति वर्ष इस दिन इंडियन आर्मी के उन जवानों को सम्मानित किया जाता है, जिन्होंने निस्वार्थ भाव से देश की सेवा की और भाईचारे की अद्भुत मिसाल पेश की. आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने इस मौके पर करियप्पा परेड ग्राउंड में परेड का निरीक्षण भी किया. इस दौरान उन्होने पाकिस्तान की नापाक साजिशों का जिक्र करते हुए कहा कि, ‘पड़ोसी देश दहशतगर्दों को पनाह देने की अपनी आदत से लाचार है. बॉर्डर पार ट्रेनिंग कैंप में लगभग 300-400 आतंकी घुसपैठ करने के की फ़िराक़ में बैठे हैं.’ उन्होंने कहा कि, ‘बॉर्डर पार से ड्रोन द्वारा हथियारों की तस्करी का प्रयास भी जारी है.’ उन्होंने कहा कि, ‘कोरोना महामारी के संकट काल में पड़ोसी मुल्कों के साथ हमारा आपसी सहयोग और बढ़ा है. संयुक्त राष्ट्र पीसकीपिंग ऑपरेशन में इंडियन आर्मी का अहम योगदान शुरू से रहा है. हमारी सेना के आज भी 5000 से अधिक जवान अलग-अलग पीसकीपिंग मिशन में तैनात हैं, जो देश को अलग पहचान दे रहे हैं.’ वहीं, चीन के साथ टकराव पर सेनाध्यक्ष ने कहा कि, ‘चीन के साथ बॉर्डर पर गतिरोध के कारण पिछला साल सेना के लिए चुनौती भरा रहा. हाल ही में हुई 14वीं वार्ता में स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए कई बिंदुओं पर बातचीत हुई. पाकिस्तान ने जारी की अपनी पहली राष्ट्रीय सुरक्षा नीति, जानिए क्या है खास ब्रिटिश जीडीपी के आकंड़ो ने पूर्व-महामारी के स्तर को पार किया दुबई से भारत आ रहे दो विमानों की टक्कर होते-होते बची, जांच के आदेश जारी