उरी -जम्मू कश्मीर : पाकिस्तानी आतंकियों की ओर से लगातार हो रही घुसपैठ का ज़वाब देने के लिए एक साल पहले आज ही के दिन भारतीय सेना ने सीमा पार आतंकी कैंपों पर कार्रवाई कर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था. उल्लेखनीय है कि 19 सितंबर, 2016 को उरी बेस कैंप पर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों ने हमला किया था. इस हमले में 19 जवान शहीद हो गए थे. तभी इस सर्जिकल स्ट्राइक की ज़मीन तैयार हो गई थी. बता दें कि भारतीय सेना के द्वारा की गई इस सर्जिकल स्ट्राइक में करीब 50 आतंकी मारे गए थे. और कई आतंकी शिविरों को पूरी तरह से तबाह कर दिया था. आतंकियों के शव के पास से बरामद जीपीएस सेट और जिंदा पकड़े गए दो गाइड्स से खुलासा हुआ था कि ये एक आतंकवादी हमला था. ऐसा पहली बार हुआ था कि भारतीय सेना ने पाकिस्तानी कैंपों पर हमला करने के बाद उसकी जानकारी मीडिया को देकर सारी दुनिया को सेना के पराक्रम से अवगत कराया था. इस सर्जिकल स्ट्राइक की खासियत यह थी कि इसमें भारतीय सेना कि किसी भी जवान को कोई हानि नहीं पहुंची थी. यह भी देखें पाकिस्तान आर्मी ने भेजे आतंकी, घुसपैठ को भारतीय सेना ने किया नाकाम चर्चा के लिए अपनाएँ वाजपेयी का फाॅर्मूला : मीरवाइज़