मुंबई पुलिस की एक टीम ने रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्णब गोस्वामी को हिरासत में ले लिया है। उनके विरुद्ध आरोप है कि उन्होंने एक इंटीरियर डिजाइनर के पैसों का पेमेंट नहीं किया तथा उन्हें आत्महत्या के लिए विवश किया। दरअसल 2018 में इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नाइक ने अलीबाग में अपने ही आवास पर आत्महत्या कर ली थी। इस सुसाइड नोट में अर्णब गोस्वामी का नाम लिखा गया था। हालांकि अर्णब ने आरोपों से मना किया है। वही इस बीच सोशल मीडिया पर एक सुसाइड नोट बहुत वायरल हो रहा है, जिसमे साफ़-साफ़ शब्दों में अर्णब गोस्वामी का नाम लिखा है। याद रहे! सुशांत सिंह राजपूत ने तो सुसाइड नोट भी नहीं लिखा था किन्तु यही अर्णब गोस्वामी उस केस में दफा 302 में रिया के लिए मौत की सजा मांड रहा था, माहों तक चौबीसों घंटो? हालाँकि अभी ये स्पष्ट नहीं है कि ये सुसाइड नोट सच है या नहीं। आपको बता दे इस पूरे केस को लेकर 2018 में मुंबई पुलिस के पास एक कम्प्लेन दर्ज कराई गई थी। नाइक की वाईफ अक्षता की कम्प्लेन पर पुलिस ने FIR दायर की। इस दौरान नाइक की वाईफ ने आरोप लगाया था कि मुंबई में रिपब्लिक टीवी के दफ्तर का पूरा काम करने के पश्चात् अर्णब गोस्वामी ने कॉन्ट्रैक्ट में लिखी अमाउंट को देने से स्पष्ट मना कर दिया था। जबकि काम पूरा हो चुका था। निजी मदरसे कभी बंद नहीं होंगे, ये मुसलमान को जिंदा रखेंगे - अमीनुल हक लश्कर 2050 तक भारतीय शहरों में तीव्र जल जोखिम का सामना करने की है संभावना: सर्वेक्षण पश्चिम बंगाल और ओडिशा में पटाखे फोड़ने पर लगा प्रतिबंध