इन दिनों भारत चीन विवाद के दौरान भारतीय जनता ने चीनी एप और सामान का बहिष्कार करना शुरू कर दिया है | इस बीच चीनी शॉर्ट वीडियो मेकिंग एप टिक-टॉक डाटा प्राइवेसी को लेकर हमेशा से विवादों में घिरा रहता है। वहीं हाल ही में एपल ने टिक-टॉक पर जासूसी करने का गहन आरोप लगाया था| अब 53 ऐसे मोबाइल एप को खोजा गया है, जो IOS उपभोक्ता का डाटा चुरा रहे थे और इनमे से कुछ चुरा सकते हैं। इनमें पबजी और ट्रूकॉलर जैसे एप मौजूद हैं। इस बात की जानकारी Ars Technica की एक रिपोर्ट से मिली है। Ars Technica की रिपोर्ट के अनुसार , मार्च में तलाल हज और टॉमी मिस्क नाम के दो रिसर्चर्स ने इन 53 एप की पहचान की थी। इसके अलावा , ये 53 मोबाइल एप अब भी आईफोन उपभोक्ता के क्लिपबोर्ड पर उपलब्ध जानकारी पर नजर बनाए हुए हैं। इसके साथ ही एप उपभोक्ता की आईडी और पासवर्ड जैसी संवेदनशील जानकारी भी चुरा सकते हैं। ये गेमिंग एप करते हैं उपभोक्ता की जासूसी 8 बॉल पूल, अमेज, बीज्वेल्ड, ब्लॉक पजल, क्लासिक बीज्वेल्ड, क्लासिक बीज्वेल्ड HD, फ्लिप द गन, फ्रूट निंजा, गोल्फमार्स्टर्स, लेटर सूप, लव निक्की, माई एमा, प्लेनेट Vs जॉम्बी हीरोज, पूकिंग, पबजी मोबाइल, टॉम्ब ऑफ द मास्क, टॉम्ब ऑफ द मास्क: कलर, टोटल पार्टी किल और वॉटरमारबलिंग। सोशल मीडिया एप पर लगा जासूसी का आरोप टिक-टॉक, टुटॉक, टॉक, ट्रूकॉलर, वाइबर, वीबो और जूस्क। इन एप से आपका डाटा हो सकता है चोरी 10% हैप्पियर: मेडिटेशन, 5-0 रेडियो पुलिस स्कैनर, एक्यूवेदर, अली एक्सप्रेस शॉपिंग एप, बेड बाथ ऐंड बियॉन्ड, डैज्न, होटल.कॉम, होटल टुनाइट, ओवरस्टॉक, पिगमेंट, रिकलर कलरिंग बुक टु कलर, स्काई टिकट और द-वेदर नेटवर्क। जासूसी में कई न्यूज एप मौजूद हैं इस रिपोर्ट में कई न्यूज एप के नाम मौजूद हैं, जिनपर उपभोक्ता का डाटा चोरी करने का आरोप लगा है। ये सभी एप आईओएस उपभोक्ता के क्लिपबोर्ड पर उपलब्ध डाटा पर नजर रखते हैं, जिससे डाटा पर चोरी होने का खतरा मंडराता रहता है। इनमें एबीसी न्यूज, अल-जज़ीरा इंग्लिश और सीबीसी न्यूज जैसे एप शामिल हैं। ये है भारतीय कम्पनियो के शानदार ईयरफोन, बन सकते है आपकी पहली पसंद यह है Made in India स्मार्टफोन, देखिये पूरी लिस्ट ATM का उपयोग करते समय रखे इन बातो का ध्यान