जम्मू कश्मीर: जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि कश्मीर अफगानिस्तान या सीरिया नहीं बन सकता तथा उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि राज्य में शांति का माहौल और सामान्य स्थिति बनाने की जरूरत है। महबूबा ने कश्मीरी पंडितों को घाटी में वापस लाने को सामूहिक जिम्मेदारी भी बताया। विधानसभा में अपने विभाग से जुड़ी अनुदान मांगों पर बोलते हुए महबूबा ने कहा, 'आज मैं कश्मीर पर गौर करके भय महसूस करती हूं। इस मुद्दे का कश्मीर में हर दिन दोहन हो रहा है। कश्मीर, कश्मीर है और यह अफगानिस्तान या सीरिया नहीं बन सकता। कश्मीरी पंडितों को घाटी में वापस लाना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।' जम्मू को कश्मीरियत का जीवंत उदाहरण करार देते हुए महबूबा ने कहा कि यह उस माहौल को दर्शाता है जिसमें कश्मीरी पंडित, कश्मीरी मुस्लिम, डोगरा और गुज्जर सड़क पर साथ चलते दिखाई देते हैं। महबूबा ने सहयोगी बीजेपी को स्पष्ट संदेश देते हुए कहा कि किसी के भी द्वारा राज्य को विशेष दर्जा प्रदान करने वाले अनुच्छेद 370 को कमजोर करना 'सबसे बड़ा राष्ट्रविरोधी कृत्य' होगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस संबंध में हमारी संस्कृति और राज्य के खिलाफ साजिश की जा रही है। उन्होंने घाटी में कश्मीरी पंडितों के लिए कॉलोनी बनाने का विरोध करने वालों पर हमला बोलते हुए कहा कि ऐसा करके वे विस्थापित लोगों की वापसी के लिए अपना बड़ा दिल नहीं दिखा रहे। और पढ़े- बर्फीला मार्ग धंसने से सेना के 5 जवान दबे बर्फ के नीचे बर्फ के निचे दबे जवानों का चला पता, 3 की हालत गंभीर बर्फ के निचे दबने के बाद निकाले गए पांचो जवान हुए शहीद बर्फ में बनी रखवालोें की समाधि, हिमस्खलन से 15 जवान शहीद