पूर्व केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज की जयंती आज, बेहद प्रेरणादायक रहा है सियासी सफर

नई दिल्ली:  आज भारत की पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता रहीं सुषमा स्वराज की जयंती है। उनका जन्म आज ही के दिन 1952 में हरियाणा के अंबाला छावनी में हुआ था। सुषमा स्वराज एक शानदार राजनेता होने के साथ ही प्रखर वक्त भी थीं। उन्होंने अम्बाला के सनातन धर्म कॉलेज से संस्कृत तथा राजनीति विज्ञान में ग्रेजुएशन किया था। 1970 में उन्हें अपने कालेज में सर्वश्रेष्ठ छात्रा के सम्मान से नवाज़ा गया था। सुषमा स्वराज तीन वर्षों तक लगातार एसडी कालेज छावनी की NCC की सर्वश्रेष्ठ कैडेट और तीन साल तक प्रदेश की श्रेष्ठ वक्ता भी चुनी गईं। इसके बाद पंजाब यूनिवर्सिटी, चण्डीगढ़ से कानून की शिक्षा प्राप्त की।

पंजाब यूनिवर्सिटी से भी उन्हें 1973 में सर्वोच्च वक्ता के सम्मान से नवाज़ा गया था। 1973 में ही मात्र 21 वर्ष की उम्र में ही स्वराज भारतीय सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ता के पद पर कार्य करने लगी। 13 जुलाई 1975 को उनकी शादी स्वराज कौशल के साथ हुई। जो सुप्रीम कोर्ट में उनके सहकर्मी और साथी वकील थे। सुषमा स्वराज के नाम 25 साल की उम्र में कैबिनेट मंत्री बनने का रिकार्ड दर्ज है। साथ ही वो महज 27 वर्ष की उम्र में वह हरियाणा में भाजपा की अध्यक्ष भी बन चुकी थीं।

1990 में सुषमा पहली बार राज्यसभा और 1996 में पहली बार 11वीं लोकसभा के लिए चुनीं गईं। अटल बिहारी की 13 दिन की सरकार में सुषमा को केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्रालय की कमान सौंपी गईं थी। इसके साथ ही सुषमा को दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री बनने का भी गौरव प्राप्त है। 6 अगस्त 2019 को कार्डियक अरेस्ट के चलते सुषमा स्वराज का निधन हो गया और भारतीय सियासत का एक चमकता सितारा हमेशा के लिए हमसे दूर हो गया। 

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