नई दिल्ली: आज यानी 12 अक्टूबर के दिन राम मनोहर लोहिया की पुण्यतिथि है, इस खास मौके पर हम आपको एक अहम घटना के बारें में बताने वाले है। चाहे वो जवाहर लाल नेहरू के प्रतिदिन 25 हज़ार रुपये खर्च करने की बात हो, या फिर इंदिरा गांधी को गूंगी गुड़िया कहने का साहस रहा हो। या फिर ये कहने के हिम्मत कि महिलाओं को सती-सीता नहीं होना चाहिए, द्रौपदी बनना चाहिए। अपने बेबाक अंदाज से भारत की जनता का दिल जीत लेते थे। आपकी जानकारी के लिए बता दे कि राम मनोहर लोहिया वो पहले राजनेता रहे जिन्होंने कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान करते हुए कहा था जिंदा कौमें पांच साल तक इंतज़ार नहीं करतीं।उत्तर भारत में आज भी आप राजनीतिक रुझान रखने वाले किसी युवा से बात करें तो वो इस नारे का जिक्र ज़रूर करेगा- 'जब जब लोहिया बोलता है, दिल्ली का तख़्ता डोलता है।' अगर बता करें उनके निजी जीवन कि तो लोहिया का निजी जीवन भी कम दिलचस्प नहीं था। लोहिया अपनी ज़िंदगी में किसी का दख़ल भी बर्दाश्त नहीं करते थे। हालांकि महात्मा गांधी ने उनके निजी जीवन में दख़ल देते हुए उनसे सिगरेट पीना छोड़ देने को कहा था। लोहिया ने बापू को कहा था कि सोच कर बताऊंगा। और तीन महीने के बाद उनसे कहा कि मैंने सिगरेट छोड़ दी। आखिरकार मिल गया एकनाथ शिंदे को 'चुनाव चिन्ह', अब 'तलवार-ढाल' से होगा 'मशाल' का मुकाबला 'सोनिया गांधी के कहने पर लड़ रहा हूँ चुनाव..', खड़गे ने खोली कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव की पोल ! 'सूचना का अधिकार लागू करने में केजरीवाल सरकार नाकाम..', LG के पास पहुंची शिकायत