नई दिल्ली: टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद कैफ आज अपना 42वां जन्मदिन मना रहे हैं। सौरभ गांगुली की कप्तानी में टीम में जगह बनाने वाले मोहम्मद कैफ अपनी मुस्तैद फील्डिंग के लिए जाने जाते हैं। इसके साथ वह मिडल ऑर्डर के शानदार बल्लेबाज रहे हैं। कैफ करीब 14 साल पहले भारतीय टीम के लिए आखिरी मैच खेले थे। उन्होंने भारत के लिए 13 टेस्ट, 125 वनडे मैच खेले। 2003 वर्ल्ड कप में कैफ ने भारत के लिए फील्डिंग और अपनी बल्लेबाजी से शानदार भूमिका निभाई थी। भारतीय टीम इस वर्ल्ड कप में उपविजेता रही थी। परन्तु कैफ की सबसे शानदार पारी 2002 में लॉर्ड्स के मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ नेटवेस्ट सीरीज के फाइनल में देखने को मिली, जब उन्होंने टीम इंडिया को खिताबी जीत दिलाई थी।लॉर्ड्स के मैदान पर खेली गई यह पारी खुद मोहम्मद कैफ की भी सबसे फेवरिट पारी है। 13 जुलाई 2002 को भारत नेटवेस्ट ट्रोफी का फाइनल मैच खेल रहा था और मेजबान इंग्लैंड ने उसे 326 रन चुनौती दी थी। टीम इंडिया सहवाग गांगुली की जोड़ी ने उम्दा शुरुआत दी और ओपनिंग विकेट के लिए शतकीय साझेदारी कर दी। परन्तु जैसे ही कैप्टन गांगुली (60) आउट हुए, तब टीम का स्कोर 106 रन था। इसके बाद देखते ही देखते भारत की आधी टीम अगले 40 रन के भीतर ही (146/5) पविलियन लौट गई। सौरभ गांगुली के बाद सहवाग (45), दिनेश मोंगिया (9), राहुल द्रविड़ (5) और सचिन तेंडुलकर (14) पविलियन लौट गए। अब टीम इंडिया के पास केवल 2 बल्लेबाज शेष थे और उनके बाद भारत के खेमे में सिर्फ बोलर की सुरक्षित बचे थे। यहां से टीम इंडिया को 26 ओवर में 180 रन की दरकार थी। युवी और कैफ दोनों ही तब युवा खिलाड़ी थे और किसी को भी ऐसी उम्मीद नहीं थी कि भारत इस मैच को अपने नाम कर लेगा। परन्तु कैफ ने युवराज के साथ यहां से मिलकर मोर्चा संभाला और छठे विकेट के लिए 123 रन की साझेदारी की गई है । 267 के स्कोर पर युवराज सिंह (69) आउट हो गए। भारत को यहां से अभी भी 52 बॉल में 59 रन की दरकार थी। कैफ उम्दा खेल खेलते रहे और उन्होंने हरभजन सिंह के साथ मिलकर भारत को टारगेट के करीब ला दिया। भज्जी जब आउट हुए तो भी भारत जीत से 12 रन दूर था और 15 बॉल का खेल बाकी था। इस बीच अनिल कुंबले बगैर खाता खोले पवेलियन लौट गए। परन्तु कैफ ने हिम्मत नहीं हारी और उन्होंने जहीर खान (4*) के साथ मिलकर भारत को 3 बॉल शेष रहते जीत दिला। 75 बॉल में 87* रन की पारी खेलने वाले कैफ ने 6 चौके और 2 छक्के जड़े। उन्हें इस मैच विनिंग नॉक के लिए मैन ऑफ द मैच का खिताब चुना गया। कैफ के पूरे इंटरनैशनल करियर की बात करें, तो उन्होंने 13 टेस्ट में 32 की औसत से 2753 रन बनाए। वहीं 125 वनडे में उनका औसत 32 रहा है । रोहित-कोहली और बुमराह के 'आराम' से गावस्कर नाराज़, बोले- इतने ब्रेक की जरुरत क्या ? मौजूदा वक़्त के इन बल्लेबाज़ों को गेंदबाज़ी करना चाहते हैं सक़लैन मुश्ताक, खुद बताए नाम क्या न्यूज़ीलैंड से खाली हाथ ही लौटेगी शिखर धवन की टीम ? तीसरे ODI पर भी मंडराए 'बादल'