नई दिल्ली: मिर्गी (Epilepsy) एक न्यूरोलॉजिकल डिसॉर्डर बीमारी है, जिससे दिमाग में असामान्य तरंगें उत्पन्न होती हैं. दिमाग में गड़बड़ी के कारण इंसान को बार-बार दौरे पड़ने लगते हैं. दौरा पड़ने पर दिमागी संतुलन बिगड़ जाता है और शरीर लड़खड़ाने लगता है. इस भयंकर बीमारी के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए भारत में प्रति वर्ष 17 नवंबर को 'नेशनल एपिलेप्सी डे' (National Epilepsy Day 2020) मनाया जाता है. हेल्थलाइन की एक रिपोर्ट के अनुसार, 10 में से 6 मरीजों में मिर्गी के वास्तविक कारण का पता लगा पाना कठिन होता है. मनुष्य कई कारणों से इस बीमारी की चपेट में आ सकता है. दिमाग पर चोट लगने या चोट के निशान रह जाने के कारण भी अक्सर लोगों को मिर्गी का दौरा पड़ने लगता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स कहते हैं कि किसी गंभीर बीमारी, तेज बुखार या कार्डियोवस्क्युलर डिसीज (हृदय रोग) के कारण भी इंसान को ये बीमारी हो सकती है. किसी भी वजह से हुआ तेज बुखार हमारे दिमाग पर बुरा असर डाल सकता है. 35 वर्ष से अधिक आयु के लोग अक्सर स्ट्रोक के कारण इस बीमारी का शिकार हो जाते हैं. ब्रेन के एक खास हिस्से तक ब्लड सप्लाई के बंद होने पर स्ट्रोक की दिक्कत होती है. ये बीमारी इस बात पर निर्भर करती है कि दिमाग के कौन से हिस्से में खून की आपूर्ति बंद हुई है. दिमाग में ऑक्सीजन की किल्लत होने पर भी मिर्गी का दौरा पड़ सकता है. कई बार ब्लड में ऑक्सीजन की कमी की वजह से दिमाग तक पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती है. ऐसी स्थिति में मिर्गी का खतरा बढ़ सकता है. डॉक्टर्स का कहना है कि ब्रेन ट्यूमर या दिमाग में फोड़ा, डेमेंशिया या अल्जाइमर जैसी बीमारियों के कारण भी मिर्गी का दौरा पड़ सकता है. इसके साथ ही एड्स या मैनिंजाइटिस जैसी बीमारियों की चपेट में आने के बाद भी इंसान इसका शिकार हो सकता है. नशीली दवाओं का सेवन, ब्रेन मैलइंफॉर्मेशन, डेवलपमेंटल डिसॉर्डर, न्यूरोलॉजिकल डिसीज या अनुवांशिक वजहों से भी इंसान को यह रोग हो सकता है. 20 वर्ष से कम आयु में मिर्गी होने का खतरा 1 फीसद से भी कम होता है. जबकि 2 से 5 फीसद लोगों में यह बीमारी जेनेटिक वजहों से भी हो सकती है. इस राज्य में घटे पेट्रोल-डीजल के दाम, जानिए अपने राज्य का भाव COP26 समिट: भारत-चीन ने साथ आकर बदलवा दिया ये अंतर्राष्ट्रीय फैसला, कई देश नाराज़ बिहार में भीषण सड़क हादसा, सुशांत सिंह राजपूत के 6 रिश्तेदारों की दर्दनाक मौत, 4 घायल