आज पूरे देश में गुरु तेग बहादुर का शहादत दिवस मनाया जा रहा है। वे सिखों के नवें गुरु थे, जिन्होने प्रथम गुरु नानक द्वारा बताए गये मार्ग का अनुसरण किया। उनके द्वारा रचित 115 पद्य गुरु ग्रन्थ साहिब में शामिल हैं। उन्होने काश्मीरी पंडितों और अन्य हिन्दुओं को बलपूर्वक मुस्लिम बनाने का विरोध किया था। Koo App सिखों के नौवें गुरु, हिंद दी चादर #GuruTegBahadur जी के शहीदी दिवस पर उनके चरणों में विनम्र श्रद्धांजलि! View attached media content - Shivraj Singh Chouhan (@chouhanshivraj) 24 Nov 2021 1675 में मुगल शासक औरंगज़ेब ने उन्हे इस्लाम कबूल करने के लिए कहा, लेकिन गुरु साहब ने कहा सीस कटा सकते है केश नहीं। इस बात से आगबबूला औरंगज़ेब ने गुरुजी का सबके सामने गुरु का सिर कटवा दिया। गुरुद्वारा शीश गंज साहिब और गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब उन वह स्थान हैं, जहाँ गुरुजी की हत्या की गयी और जहाँ उनका अन्तिम संस्कार किया गया। विश्व इतिहास में धर्म एवं मानवीय मूल्यों, आदर्शों एवं सिद्धान्त की रक्षा के लिए प्राणों का बलिदान देने वालों में गुरु तेग बहादुर साहब का स्थान अद्वितीय है। Koo App ”हार और जीत यह आपकी सोच पर ही निर्भर है, मान लो तो हार है ठान लो तो जीत है।” मानवीय मूल्यों, आदर्शों व सिद्धांतों की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले सिखों के 9वें गुरु, गुरु तेग बहादुर जी को उनके शहीदी दिवस पर सादर नमन। #GuruTegBahadur View attached media content - Manohar Lal (@manoharlalbjp) 24 Nov 2021 आततायी शासक औरंगज़ेब की धर्म विरोधी और वैचारिक स्वतन्त्रता का दमन करने वाली नीतियों के खिलाफ गुरु तेग बहादुरजी का बलिदान एक अभूतपूर्व ऐतिहासिक घटना थी। यह गुरु तेग बहादुर के निर्भय आचरण, धार्मिक अडिगता और नैतिक उदारता का उच्चतम उदाहरण था। गुरुजी मानवीय धर्म एवं वैचारिक स्वतन्त्रता के लिए अपना महान बलिदान देने वाले एक क्रान्तिकारी युग पुरुष थे। कच्चे तेल के दामों में राहत, जानिए पेट्रोल-डीजल का आज का भाव सरकार नए वाहनों पर अधिक टैक्स छूट देने पर विचार कर रही है: गडकरी खुशखबरी! सोने-चांदी के दामों में आई इस महीने की सबसे बड़ी गिरावट, देंखे भाव