जयपुर : जो लोग किसी दुर्घटना में अपने हाथ खो चुके हैं वे निराश न हों. ऐसे लोगों के लिए जयपुर के एक ट्रस्ट द्वारा कृत्रिम हाथ बनवाकर निशुल्क लगाए जाते हैं.यह हाथ अमेरिका से बनकर आते हैं. इन्हें लगाए जाने के बाद आप साइकिल और बाइक चलाने से लेकर लिखने और सामान्य भार भी उठा सकते हैं. कल रविवार से जयपुर में एक स्थाई केंद्र भी खुल रहा है, जहाँ उत्तर और पूर्वी भारत के 20 राज्यों के लोगों को कृत्रिम हाथ लगाए जाएंगे. आपको बता दें कि जयपुर के एक वरिष्ठ चार्टर्ड एकांउटेंट एस.एल.गंगवाल ने माता-पिता की स्मृति में दाखा देवी हनुमानबक्ष चेरिटेबल ट्रस्ट बनाया है , जिसके जरिए वे यह काम करते हैं.अमेरिका की एलन मीडोज प्रोस्थेटिक हैंड्स फाउंडेशन की भारत में एम्बेसडर है. यह कृत्रिम हाथ यह फाउंडेशन ही उपलब्ध करवाता है.बाकी सब खर्च ट्रस्ट ही करता है. ट्रस्टी गंगवाल ने बताया कि अपने पैतृक गांव कुली में शिविर लगा कर गत वर्ष पांच फरवरी को एक दिन में 352 हाथ लगाए थे,जो गोल्डन बुक आॅफ रिकॉर्ड्स में भी दर्ज हुआ था. इस हाथ की विशेषता बताते हुए गंगवाल ने कहा कि यह हाथ बहुत हल्का है और लगाने में भी बहुत आसान है. पीड़ित व्यक्ति खुद ही इसे हटा और लगा सकता है.एक बार लगने के बाद कोई खर्च भी नहीं है .यह कृत्रिम हाथ लगाकर व्यक्ति साइकिल और बाइक चलाने के अलावा सामान्य भार का सामान पकड़ने, और लिखने का काम भी कर सकता है. इस हाथ को लगाने के लिए यह जरुरी है कि जिनका हाथ कोहनी के नीचे चार इंच बाद से कटा हो, उसे ही लगाया जाता है.पांच वर्ष से उपर के किसी भी महिला पुरूष को यह हाथ लगाया जा सकता है. यह भी देखें सचिन पायलट ने मोदी सरकार पर हमला बोला इस शख्स ने 16 लाख में खरीदी फैंसी नंबर प्लेट