नई दिल्ली: मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली फिर से वित्त मंत्रालय का कार्यभार नहीं संभालेंगे। मामले से सम्बंधित सूत्रों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया है कि अरुण जेटली वित्त मंत्रालय में उच्च पद को लेकर इस बार कोई दिलचस्पी नहीं दिखा सकते हैं, क्योंकि पिछले कुछ महीनों में उनके स्वास्थ्य में काफी गिरावट आई है। उन्होंने कहा है कि, 'वे निश्चित तौर पर वित्त मंत्री नहीं बनने जा रहे हैं, क्योंकि उनकी तबियत ठीक नहीं है। हो सकता है कि वह थोड़ा कम तनाव वाला कोई मंत्रालय का कार्यभार संभाले।' उल्लेखनीय है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा अकेले दम पर 300 से अधिक सीटें जीतने में कामयाब रही है। जेटली ने इस बारे में पूछे गए प्रश्न का उत्तर नहीं दिया। न तो उन्होंने मैसेज का जवाब दिया और न ही फोन रिसीव किया। जेटली के निजी सचिव एस. डी. राणाकोटी और सहायक सचिव पद्म सिंह जामवाल ने इस बारे में ई-मेल में पूछे गए प्रश्न का तत्काल कोई उत्तर नहीं दिया। उनके ओएसडी पारस संखला ने भी फोन कॉल, मेल या मैसेज का कोई उत्तर नहीं दिया। भाजपा और सरकार में नरेंद्र मोदी और अमित शाह के बाद तीसरे सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक जेटली गुरुवार रात भाजपा मुख्यालय में हुए समारोह में हिस्सा लेने नहीं जा पाए। पिछले दो सप्ताह से वह सार्वजनिक तौर पर कहीं नज़र नहीं आ रहे हैं, हालांकि वे ब्लॉग लिख रहे हैं और सोशल मीडिया पर मैसेज भी डालते रहते हैं। रेप के आरोप के कारण फरार था बसपा का ये उम्मीदवार, नहीं किया प्रचार, फिर भी जीता रामचंद्र गुहा ने माँगा राहुल गाँधी का इस्तीफा, कहा - कांग्रेस अध्यक्ष ने गंवाया आत्मसम्मान सिद्धू की पत्नी ने कैप्टन अमरिंदर पर साधा निशाना, कहा- सब मिले हुए हैं