नई दिल्ली: 1984 के सिख विरोधी दंगों पर कांग्रेस ओवरसीज अध्यक्ष सैम पित्रोदा के कथित बयान के लिए कांग्रेस पर निशाना साधते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शुक्रवार को कहा है कि यह ‘अपयश का विषय’ है कि पार्टी को अपने किए का कोई पश्चाताप नहीं है. जेटली ने सवाल किया कि क्या राहुल गांधी इस बयान के लिए अपने ’गुरु’ को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाएंगे. जेटली ने कहा कि, ‘सैम पित्रोदा का 1984 के सिख विरोधी दंगों के बारे में ‘हुआ तो हुआ’ बयान कांग्रेस पार्टी की ओर से 1984 में किए गए नरसंहार के बारे में पश्चाताप के अभाव को प्रदर्शित करता है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी क्या अपने ‘गुरु’ को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाएंगे, जिन्होंने 1984 में भारत के सबसे अधिक देशभक्त समुदाय के नरसंहार का खंडन कर दिया है.’ उल्लेखनीय है कि हरियाणा में शुक्रवार को एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने भी सिख विरोधी दंगों पर पित्रोदा द्वारा दिए गए बयान के लिए कांग्रेस पर निशाना साधा. पीएम मोदी ने कहा कि,‘कांग्रेस, जिसने अधिकतम समय तक देश पर राज किया वह असंवेदनशील है और यह कल कहे गए तीन शब्दों से प्रकट होता है. ये शब्द यूं ही नहीं कहे गए हैं, ये शब्द कांग्रेस का चरित्र, मानसिकता और मंशा को प्रदर्शित करते हैं.’ वेंकैया नायडू ने हनोई में किया भारतीयों को संबोधित, रिश्ता मजबूत करने पर दिया जोर कांग्रेस पर जमकर बरसे पीएम मोदी, कहा- सेना अध्यक्ष को गली का गुंडा कहते हैं ये लोग 1984 सिख दंगों को लेकर चढ़ा सियासी पारा, भाजपा ने राजीव गाँधी को कहा 'कातिलों का सरगना'