ईटानगर : प्रदेश में छह समुदायों को स्थायी निवासी प्रमाणपत्र देने को लेकर रविवार को भी हिंसा जारी रही। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस की ओर से फायरिंग की गई, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई है। जबकि सरकार ने इसे स्थगित करने की बात कही है। जब प्रदर्शनकर्ता शाम के समय राज्य के मुख्यमंत्री पेमा खांडु के ईटानगर स्थित घर की ओर बढ़ रहे थे और पत्थरबाजी कर रहे थे तो पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी। जम्मू कश्मीर एनकाउंटर में दो आतंकी ढेर, गोलीबारी में DSP शहीद सरकार ने बना रखी है हालातों पर नजर सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदर्शनकर्ताओं की पत्थरबाजी से 24 पुलिसकर्मी समेत 35 लोग घायल हो गए। शनिवार को प्रशासन ने ईटानगर में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू भी लागू कर दिया। हिंसा ना बढ़े इसके लिए सेना ने ईटानगर और नहरगांव में फ्लैग मार्च भी निकाला। केंद्र सरकार ने कानून और व्यवस्था बनाए रखने में प्रशासन की मदद करने के लिए राज्य में 1,000 अर्धसैनिक बलों को भेजा है। सीएम जयराम ठाकुर ने हिमाचल में भी शुरू की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना जमकर हुई आगजनी और तोड़फोड़ जानकारी के अनुसार रविवार को प्रदर्शनकारियों ने उपमुख्यमंत्री चौना मेन के घर को भी फूंक दिया है। लोगों में राज्य सरकार के खिलाफ काफी गुस्सा है। चौना मेन को रविवार सुबह राज्य की राजधानी ईटीनगर से नामसाईं जिले में भेज दिया गया। इसके अलावा प्रदर्शनकारियों ने जिला आयुक्त के आवास पर भी आगजनी और तोड़फोड़ की। इसमें पुलिस अधीक्षक स्तर का एक अधिकारी घायल हो गया है। इसके साथ ही प्रदर्शनकारियों ने पार्किंग में खड़े कई वाहनों में भी आग लगा दी। यूपी के एक घर में घुसा ट्रक हादसे में मां-बेटी की दर्दनाक मौत अपने रेडियों कार्यक्रम में बोले पीएम मोदी, सालों तक आपसे करूंगा 'मन की बात' आज लखनऊ में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, कई कार्यक्रमों में लेंगे हिस्सा