अमृतसर: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को लेकर 22 नवंबर को जो एक खबर हर जगह सुर्ख़ियों में रही थी, वो ये कि केजरीवाल एक ऑटो वाले के निमंत्रण पर उसके घर भोजन करने गए थे। इस दौरान केजरीवाल के साथ भगवंत मान और हरपाल सिंह चीमा भी मौजूद थे। अब किसी को भी ये सब सुनकर अरविन्द केजरीवाल के साथ एक जुड़ाव महसूस हो सकता है कि वास्तव में आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष केजरीवाल आम आदमी से जुड़ते हैं। मगर, आप कुछ अधिक सोचें इससे पहले बता दें कि जिस ऑटो ड्राइवर दिलीप तिवारी ने केजरीवाल को बैठक के दौरान बुलाया था, वो कोई सामान्य ऑटो ड्राइवर नहीं था। उसका संबंध आम आदमी से था। कैसे? मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ऑटो चालक के भाई महेंद्र कुमार तिवारी ने खुद मीडिया को बताया कि वो AAP से जुड़े हैं और हमेशा पार्टी के कार्यक्रम में शामिल होते रहते हैं। उनकी तरह दिलीप भी AAP के कार्यक्रमों में जाते रहते हैं। इसके अलावा दिलीप का वीडियो को भी अगर ध्यान से देखा जाए, तो वो बकायदा इमोशनल बैकग्राउंड म्यूजिक, तरह-तरह के एडिटिंग इफेक्ट्स के साथ पोस्ट किया गया है। इसमें ये दिखाने की कोशिश की गई है कि कैसे केजरीवाल आम आदमी के भोजन के निमंत्रण को कबूल करते हैं और बाद में उसके घर जाते हैं। इस दौरान केजरीवाल, दिलीप के पूरे परिवार के साथ तस्वीर खिंचाते हैं और मीडिया से बात करते हुए बताते हैं कि आज वह दिलीप के घर भोजन करने आए थे और भविष्य के लिए उन्होंने दिलीप को निमंत्रण दिया है कि वो जब दिल्ली आएँ तो CM आवास पर भोजन करने अवश्य आएँ। बता दें कि पंजाब भवन में AAP की पंजाब यूनिट के साथ मीटिंग में दिलीप ने केजरीवाल को भोजन के लिए न्योता दिया था, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। केजरीवाल ने बस ये पूछा कि, 'क्या मैं अपने साथ हरपाल सिंह चीमा और भगवंत मान को भी ला सकता हूँ?' जिस पर दिलीप ने ‘हाँ’ कहा और इच्छा जताई कि वो सीएम केजरीवाल को अपने ऑटो में बैठाकर घर ले जाना चाहते हैं। इसके बाद रात का भोजन ऑटो ड्राइवर के घर हुआ और सीएम केजरीवाल ने कहा कि भोजन बिलकुल वैसा है, जैसा वह खाते हैं। कम मसाले वाला। बता दें कि AAP ने अपने नेताओं और सभी ऑटो व टैक्सी यूनियन को लुधियाना में मीटिंग के लिए बुलवाया था। इस दौरान उन सबने केजरीवाल के समक्ष अपनी परेशानी रखी। उन्होंने बताया कि कैसे उनको RTA, ट्रैफिक पुलिस और पंजाब पुलिस द्वारा परेशान किया जाता है। उन्होंने ये भी इल्जाम लगाया कि उन पर हजारों रुपए का चालान किया जाता है। इस बैठक में केजरीवाल ने उनसे आग्रह किया कि वह अपने ऑटो पर पोस्टर लगाकर उनका प्रचार करें, ताकि पंजाब चुनावों में उनकी सरकार बने और वो सारी समस्याओं का निवारण कर सकें। आपको यह भी बता दें कि केजरीवाल ऑटो चालक के घर भोजन के लिए गए तो ऑटो में थे, मगर उन्हें लेने के लिए वहां पहले से ही दिल्ली नंबर की इनोवा क्रिस्टा पहुंच चुकी थी। जिससे वे वापस लौटे। 'कांग्रेस के 25 विधायक हमारे संपर्क में, लेकिन हमें उनका कचरा नहीं चाहिए..', केजरीवाल के विवादित बोल पंजाब में केजरीवाल ने खोला चुनावी वादों का पिटारा, इस बार शिक्षकों को साधने की कोशिश बसपा कार्यकर्ताओं को मायावती का आदेश- चुनावी तैयारियों में जुटें, 2007 की तरह परिणाम मिलेंगे