नई दिल्ली: दिल्ली के बहुचर्चित शराब घोटाले में एक बार फिर केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी जारी है। दिल्ली के साथ ही हैदराबाद और पंजाब में भी कुल 35 ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई चल रही है। छापेमारी की खबर मिलते ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal on Liquor Scam) ने इस मामले में मुख्य आरोपी बनाए गए अपने डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को क्लीनचिट देते हुए केंद्र सरकार पर हमला बोला है। सीएम केजरीवाल (Arvind Kejriwal on Liquor Scam) ने कहा कि सिसोदिया के खिलाफ अब तक कोई सबूत नहीं मिला है, क्योंकि उन्होंने कोई घोटाला किया ही नहीं है। केजरीवाल (Arvind Kejriwal on Liquor Scam) ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, '500 से ज्यादा रेड, 3 महीनों से CBI/ED के 300 से ज्यादा अधिकारी 24 घंटे लगे हुए हैं- एक मनीष सिसोदिया के खिलाफ सबूत ढूंढने के लिए। कुछ नहीं मिल रहा। क्योंकि कुछ किया ही नहीं। अपनी गंदी राजनीति के लिए इतने अधिकारियों का समय बर्बाद किया जा रहा है। ऐसे देश कैसे तरक्की करेगा?'' उल्लेखनीय है कि CBI और ED की तरफ से दर्ज की गई FIR में मनीष सिसोदिया को मुख्य आरोपी बनाया गया है। दरअसल, सिसोदिया ही दिल्ली का आबकारी विभाग भी संभालते हैं और उनके नेतृत्व में ही दिल्ली में नई शराब नीति बनाई गई थी, जिसमें घोटाले का आरोप लगाया गया है। सिसोदिया के आवास और बैंक लॉकर की तलाशी ली जा चुकी है। साथ ही इस मामले में अब तक विजय नायर और समीर महेंद्रू को अरेस्ट भी किया जा चुका है। नायर आम आदमी पार्टी (AAP) से जुड़े हुए हैं, तो वहीं समीर महेंद्रू शराब कारोबारी हैं। दोनों से पूछताछ चल रही है। सूत्रों के अनुसार, जांच एजेंसियों को ऐसे सुराग मिले हैं, जिनसे पता चलता है कि शराब घोटाले के तार दिल्ली से बाहर भी कई राज्यों से जुड़े हुए हैं। बता दें कि, केजरीवाल सरकार इस नई शराब नीति को लेकर आई थी, जिसकी आम आदमी पार्टी (AAP) काफी तारीफें कर रहीं थी। लेकिन जब इस नीति के तहत घोटाले के आरोप लगे और LG ने जाँच के आदेश दिए, तो अचानक ही केजरीवाल सरकार ने यू टर्न मारते हुए वापस पुरानी शराब नीति लागू कर दी। हालाँकि, दिल्ली सरकार बैकफुट पर क्यों आई और नीति वापस क्यों ली ? इसको लेकर कोई जवाब नहीं दिया गया। जिसके बाद सियासी गलियारों में ये चर्चा जोरशोर से चलने लगी कि केजरीवाल सरकार ने शराब नीति के तहत जरूर घोटाला किया है, वरना वो जाँच के डर से नीति वापस नहीं लेती। बहरहाल, फ़िलहाल इस मामले में जांच जारी है और AAP के दो नेताओं की गिरफ़्तारी भी हो चुकी है। सपा से टकराव बढ़ा तो भाजपा की तरफ चल पड़े राजभर, बांधे डिप्टी सीएम की तारीफों के पुल दिल्ली में शुरू हुआ 'एंटी डस्ट ऑपरेशन', नियम तोड़ने पर 5 लाख तक का जुर्माना दिल्ली शराब घोटाले के मामले में 35 ठिकानों पर ED का छापा, मनीष सिसोदिया हैं मुख्य आरोपी