देशभर में अपने लाखों फैंस बना लेने के उपरांत तमिल सुपरस्टार (Tamil Superstar) अरविंद स्वामी (Arvind Swamy) को अपना फैमिली बिजनेस संभालने के लिए मूवी इंडस्ट्री छोड़ी पड़ गई थी और कुछ वक़्त के उपरांत जब वो फिल्मों में वापस आने को तैयार हुए तो एक भयानक एक्सीडेंट का शिकार हो गए। उस एक्सीडेंट में उनकी स्पाइन में गहरी इंजरी की वजह से पैर पैरालाइज्ड हो गए थे। इस चोट से उबरने में उन्हें बहुत समय लगा था। एक साक्षत्कार में अरविंद ने बोला था कि वो अभिनेता नहीं डॉक्टर बनना चाहते थे। लेकिन मेरे पिता चाहते थे कि मैं उनका बिजनेस संभालूं। कॉलेज के समय में अरविंद पॉकेट मनी के लिए मॉडलिंग करना शुरू कर दिया था। जिसके उपरांत मणिरत्नम ने उन्हें एक ऐड में देखा और मीटिंग के लिए इन्वाइट किया गया। मणिरत्नम और संतोष सिवान ने मिलकर उन्हें मूवी और अभिनय की बारीकियां सिखाईं और फर्स्ट ब्रेक भी मणि रत्नम ने ही दिया। मीडिया के एक साक्षत्कार में उनसे पूछा गया था कि इतनी बुलंदियों पर आने के उपरांत इस तरह अचानक इतना बड़ा ब्रेक लेना सही रहा? तब उन्होंने कहा था कि वो घर में अकेले लड़के थे। पिता एक बिजनेसमैन थे और उनके दबाव में उन्हें ये कदम उठाना पड़ गया था। अरविंद तमिल, तेलुगु और मलयालम मूवीज में काम कर चुका थे। उपरांत में हिंदी सिनेमा में भी उन्हें दर्शकों का भरपूर प्यार मिला। 1991 में मणि रत्नम की मूवी थलपथी से अरविंद ने अभिनय डेब्यू किया। जिसके उपरांत 1992 में वो मधु के साथ फिल्म 'रोजा' में दिखाई दिए थे। अरविंद के बॉलीवुड करियर के बारें में बात की जाए तो उन्होंने 1998 में मूवी 'सात रंग के सपने' से बॉलीवुड में डेब्यू कर लिया था। मूवी में उनके अपोजिट जूही चावला थी। मूवी कुछ खास कमाल नहीं कर पाई थी। जिसके साथ साथ अरविंद स्वमी ने मनीषा कोइराला और काजोल के साथ भी काम किया। 2016 में वो डियर डैड में भी दिखाई दिए थे लेकिन बाद में बॉलीवुड में उनका करियर खास नहीं चल पाया। थलाइवर 169 नहीं बल्कि इस नाम से बनेगी रजनीकांत की नई फिल्म कश्मीरी पंडितों को लेकर साई पल्लवी ने क्या कह दिया ऐसा कि मच गया बवाल? इतने दिनों बाद काजल ने दिखाई अपने बेटे की झलक