हैदराबाद: पैंगबर विवाद के बाद पूरे विश्व में अचानक चर्चा में आईं भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा का नाम एक बार फिर मीडिया में आया है। अब ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल-मुस्लिमीन (AIMIM) चीफ और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने नूपुर शर्मा को लेकर बड़ा दावा किया है। ओवैसी ने कहा है कि नूपुर शर्मा की भाजपा में जल्द वापसी होने वाली है। दरअसल, ओवैसी ने दावा करते हुए कहा है कि, एक महीने के भीतर भाजपा नूपुर शर्मा का सियासी पुनर्वास करने वाली है। वो एक बार फिर से सबके सामने आएगी। रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्ट्र में एक जनसभा को संबोधित करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि भाजपा वाले बोल रहे हैं कि 6 मुस्लिम देशों ने मोदी जी को सबसे बड़ा सिविलियन अवार्ड मिला है, मैं पूछता हूं कि नूपुर शर्मा किस पार्टी की थी, जिसने हमारे रसूल की शाने में गुस्ताखी करने का प्रयास किया है, ये आपकी मुसलमानों से मोहब्बत है? ओवैसी ने आगे कहा कि, याद रखना मेरी ये बात, एक महीने के भीतर उस महिला का सियासी पुनर्वास मोदी जी करने वाले हैं। वो फिर से सबके सामने आएगी। जो पैंगबर की शान में गुस्ताखी करती है और ये बोलते हैं कि 6 मुस्लिम देशों ने मोदी जी को सम्मान दिया। क्या है नूपुर शर्मा विवाद ? जून 2022 में काशी विश्वनाथ और ज्ञानवापी मामले को लेकर TV पर बहस चल रही थी, जिसमे ज्ञानवापी के अंदर मिले कथित शिवलिंग को लेकर मुस्लिम पैनलिस्ट द्वारा कई बार अभद्र बयान दिए गए। यहाँ तक कि, मौलवी इलियास शराफुद्दीन ने तो शिवलिंग को प्राइवेट पार्ट कहकर हिन्दुओं के भागवन का मजाक बनाया था, लेकिन उन्हें किसी ने नहीं रोका। इन्ही टिप्पणियों से आक्रोशित होकर नूपुर शर्मा ने एक टीवी डिबेट में इस्लाम के पैगंबर मुहम्मद और उनकी तीसरी बीवी, आयशा को लेकर विवादास्पद बयान दे दिया था। उस बयान से पहले नूपुर शर्मा ने कहा भी था कि, अगर आप हमारे भगवानों का अपमान करेंगे, तो हम भी ऐसा बोलेंगे। इस बात को एक पाकिस्तानी मौलाना ने भी स्वीकारा था कि, नूपुर ने जो कहा वो पलटवार में कहा था, यानि उसकी आस्था का अपमान किया गया, जिसके जवाब में नूपुर ने पैगम्बर पर टिप्पाणी की। हालाँकि, नूपुर ने जो कहा उसपर जमकर हंगामा हुआ था। देशभर में कई जगहों पर मुसलमानों ने सड़कों पर उतारकर सर तन से जुदा के नारे लगाए थे और यहाँ तक कि नूपुर शर्मा को सामूहिक बलात्कार के साथ ही पूरे परिवार को मार डालने की धमकियां भी दी गई थी। हालांकि, विवाद बढ़ने के बाद नूपुर ने अपने बयान के लिए माफ़ी मांग ली थी, और भाजपा ने भी उन्हें निलंबित कर दिया था। लेकिन नूपुर को धमकियाँ मिलने का सिलसिला बंद नहीं हुआ, यहाँ तक की उनका समर्थन करने वालों की भी हत्या कर दी गई, जिसमे कन्हैयालाल, उमेश कोल्हे जैसे नाम शामिल हैं, जिन्हे कट्टरपंथियों ने बेरहमी से मार डाला था। इसके अलावा भी समुदाय विशेष द्वारा इस मुद्दे को लेकर कई जगहों पर हिंसा की गई थी। 6.5% की ग्रोथ रेट से दौड़ेगी भारत की अर्थव्यवस्था ! Fitch के बाद अब RBI ने दी गुड न्यूज़ डॉ साकिब के पास इलाज कराने गई महिला, उसने नशे का इंजेक्शन देकर किया सामूहिक बलात्कार, फिर कहने लगा.. ''रामायण-कुरान को तो बख्श दीजिए..', आदिपुरुष पर सुनवाई करते हुए भड़क गए हाई कोर्ट के जज, मेकर्स को जमकर लताड़ा