जोधपुर : आसाराम पर यौन शोषण के आरोप में जोधपुर कोर्ट में फैसला 25 अप्रैल को होगा. करीब 5 साल से जेल में बन्द आसाराम ने अपने भक्तों को एक चिट्ठी लिखी है और भक्तों को कानून का पालन करने को कहा है. आसाराम ने जेल से भक्तों के नाम एक चिट्ठी भेज दी. इस चिठ्ठी में उसने भक्तों को लिखा है कि 25 अप्रैल को जोधपुर आकर अपना धन बर्बाद न करें. आप जहां हैं वहीं रहकर रिहाई की प्रार्थना करें और कानून का पालन करें. इस पर भक्तों ने कहा कि अब वो जोधपुर नहीं जाएंगे. अब सबकी निगाहें 25 अप्रैल के फैसले पर टिकी हैं. आसाराम पर गुजरात में भी बलात्कार का एक मामला दर्ज है. इससे पहले उच्चतम न्यायालय ने राजस्थान और गुजरात के मामलों में आसाराम को जमानत देने से इनकार कर दिया था. सूरत की दो बहनों ने आसाराम और उसके बेटे नारायण साई के खिलाफ अलग-अलग शिकायतें दर्ज कराके बलात्कार और बंधक बनाने का आरोप लगाया है. फैसले के दिन बड़ी संख्या में समर्थकों के जोधपुर पहुंचने की आशंका को देखते हुए जोधपुर में अगले 8 दिन के लिए धारा 144 लागू कर दी गई है. फैसला जोधपुर की सेंट्रल जेल में सुनाया जाएगा, जहां आसाराम जेल की सजा काट रहा है. फैसले को देखते हुए प्रशासन मुस्तैद हो गया है और 30 अप्रैल तक जोधपुर में धारा 144 लगा दी गई है. आसाराम पर फैसला, जोधपुर में धारा 144 आसाराम का फैसला जेल में होगा आसाराम को फैसला जेल में ही सुनाया जाये- कोर्ट