इस वर्ष ऑस्ट्रेलियाई ओपन एकल खिताब जीतने के 2 माह जे उपरांत टेनिस को अलविदा कहने वाली ऐश बार्टी ने निरंतर दूसरी बार ऑस्ट्रेलिया का शीर्ष खेल पुरस्कार भी जीत लिया है। बार्टी को द डॉन पुरस्कार दिया गया है जो मशहूर क्रिकेटर डॉन ब्रेडमैन के नाम पर है। बार्टी ने मार्च में 25 वर्ष की आयु में टेनिस को अलविदा बोल दिया। तीन बार की ग्रैंड स्लैम विजेता बार्टी उस वक़्त दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी रही। बार्टी के साथ साथ ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता सैली पीयरसन (2012, 2014) और ओलंपिक चैम्पियन बांसकूद खिलाड़ी स्टीव हूकर (2008 और 2009) यह पुरस्कार 2 बार जीत चुके हैं। खबरों का कहना है कि बार्टी ने 3 ग्रैंडस्लैम खिताब अपने नाम किए और वहां 121 हफ्ते तक वर्ल्ड की नंबर एक खिलाड़ी रही हैं। उन्होंने ब्रिसबेन हीट की तरफ से पेशेवर क्रिकेट भी खेला है और वह गोल्फ भी खेल रही है। इससे अनुमान लगाए जा रहे थे कि टेनिस छोडऩे के उपरांत वह किसी अन्य खेल में हाथ आजमाने वाली हैं। अपनी आत्मकथा ‘माइ ड्रीम टाइम’ का विमोचन करते हुए बार्टी ने स्पष्ट किया कि वह अपनी नई जिंदगी से बहुत खुश हैं और उनका पेशेवर खेलों में वापसी की कोई भी इच्छा नहीं है। उन्होंने इस बारें में बोला है कि मुझे अपनी जिंदगी में कभी ऐसा महसूस नहीं हुआ कि कोई शून्य है जिसे भरा जाना जरूरी है क्योंकि मुझे जो हासिल करना था वह मैं पूरा कर भी चुकी हूँ। क्या बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में खेल पाएंगे चोटिल रोहित शर्मा ? अंतिम ODI के लिए टीम इंडिया में होंगे 3 बड़े बदलाव, केएल राहुल करेंगे कप्तानी रोहित की जगह लेंगे अभिमन्यु ईश्वरन ? जड़ चुके हैं 3 मैचों में लगातार 3 शतक