आप जानते ही होंगे कि अब आषाढ़ का महीना आरंभ हो चुका है और हिन्दू पंचांग के अनुसार इस महीने को वर्षा ऋतु का महीना कहते हैं और इस वर्ष आषाढ़ एक नहीं बल्कि 2 होंगे. इन सभी में पहला आषाढ़ 3 जून से 2 जुलाई और दूसरा 3 जुलाई से 31 जुलाई तक रहेगा. वहीं चार्तुमास भी 4 महीने का न होकर 5 महीने का होगा और ज्योतिष विद्वानों का कहना है 5 महीनों तक सभी शुभ और मांगलिक कार्यों पर विराम लग जाएगा. ऐसे में गुरु और शुक्र के उदय व अस्त होने के कारण तेज हवा और गरज-चमक के साथ बारिश होने के भी आसार बताए गए हैं और यह महीना वास्तु और ज्योतिष की दृष्टि से बहुत पवित्र माना जाता है. कहते हैं सपनों को हकीकत में बदलने के लिए आषाढ़ मास के दौरान राशिनुसार उपाय करने चाहिए. * मेष राशि वाले गाय को हरे मूंग खिलाएं, इससे सेहत अच्छी बन सकती है. * वृषभ राशि वाले छोटे बच्चों या कन्याओं को मिश्री दान कर सकते हैं क्योंकि इससे पारिवारिक कलह से मुक्ति मिलती है। * मिथुन राशि वाले देवी के निमित्त तगर से धूप कर सकते हैं. * कर्क राशि वाले लाल कपड़े में बेलफल बांधकर घर में पूरे आषाढ़ मास तक रखें, उसके बाद जलप्रवाह कर दें इससे लाभ होगा. * सिंह राशि वाले देवी के निमित्त लाल चंदन चढ़ाकर रोज़ाना तिलक करें इससे आप अमीर बन जाएंगे. * कन्या राशि वाले पक्षियों को गेहूं खिलाएं तो उन्हें लाभ होगा. * तुला राशि वाले देवी पर लाल मसूर चढ़ाकर किसी सुहागिन महिला को दान करें, इससे जीवन में खुशियां आएंगी. * वृश्चिक राशि वाले पूरे आषाढ़ मास में तुलसी के निमित्त तेल का दीपक करें इससे उन्हें लाभ होगा. * धनु राशि वाले देवी के मंदिर में घी और सिंदूर मिलाकर दीपक करें, इससे लव लाइफ बेहतर होगी और पैसा भी आएगा. * मकर राशि वाले अशोक के पत्तों की माला विष्णु मंदिर में चढ़ा सकते हैं. * कुंभ राशि वाले गरीब बच्चों में कुछ मीठी चीज़ों का दान कर सकते हैं. * मीन राशि वाले तांबे के लोटे में गेहूं भरकर लोटे को लाल कपड़े से ढ़ककर किसी गरीब को दान करें इससे लाभ होगा. ऐसी महिलाओं के नसीब में होते हैं बिजनेसमैन पति शुरू हो चुका है आषाढ़ माह, जानिए व्रत और त्यौहार 22 जून को सूर्य करेंगे आद्रा नक्षत्र में प्रवेश, जानिए क्यों सभी नक्षत्रों से है महत्वपूर्ण