हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक माह में दो चतुर्थी तिथि पड़ती है। जी हाँ और इसमें एक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी जिसे संकष्टी चतुर्थी के नाम से जाना जाता है, वहीं दूसरी शुक्ल पक्ष की चतुर्थी जिसे विनायक चतुर्थी के नाम से जाना जाता है। आप सभी जानते ही होंगे इस समय आषाढ़ माह चल रहा है और आषाढ़ के महीने में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी व्रत रखा जाएगा। जी दरअसल आषाढ़ माह की विनायक चतुर्थी 03 जुलाई को है और चतुर्थी तिथि भगवान विनायक को समर्पित है। आप सभी को बता दें कि इस दिन विधि-विधान से विनायक जी की पूजा-अर्चना की जाती है। कहा जाता है विनायक जी सभी देवताओं में प्रथम पूज्य हैं शुभता के भी प्रतीक हैं और धार्मिक मान्यता है कि इस दिन गणपति बाप्पा की पूजा करने व्रत रखने से ज्ञान ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। अब हम आपको बताते हैं आषाढ़ माह में विनायक चतुर्थी के महत्व, शुभ योग अशुभ समय के बारे में। आषाढ़ माह विनायक चतुर्थी 2022 महत्व- ऐसी मान्यता है कि इस दिन भगवान विनायक की विधिवत पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है। जी हाँ और इस दिन विनायक जी की प्रतिमा को लाल आसन पर स्थापित करें फिर उन्हें सिंदूर लगाएं। जी दरअसल गणपति जी को सिंदूर से बहुत लगाव है और फिर उन्हे लाल फूल, अक्षत, माला, दूर्वा अर्पित कर भगवान विनायक जी के मंत्रों का जाप करें। उसके बाद इन्हें मोदक का भोग लगाएं। इसी के साथ व्रत के दिन जरूरतमंदों को दान करने से भगवान विनायक अत्यधिक प्रसन्न होते हैं लोगों में आत्मविश्वास की वृद्धि होती है। आषाढ़ माह विनायक चतुर्थी 2022 शुभ योग- रवि योग: प्रात: 05:28 बजे से सुबह 06:30 बजे तक। सिद्धि योग: दोपहर 12:07 बजे से पूरी रात तक। इस दिन का शुभ समय: दिन में 11:57 बजे से दोपहर 12:53 बजे तक। आषाढ़ माह विनायक चतुर्थी 2022 अशुभ समय- राहुकाल: शाम 05:39 बजे से शाम 07:23 बजे तक। राहुकाल में शुभ एवं मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं। आखिर क्यों पुरी का प्रसाद कहा जाता है 'महाप्रसाद', जानिए इसकी खासियत 8 जुलाई को है भड़ली नवमी, यहाँ जानिए शुभ मुहूर्त और महत्व महाभारत युद्ध के दौरान रोज मूंगफली खाते थे भगवान श्रीकृष्ण, पीछे था चौकाने वाला रहस्य